Delhi News: आईपी यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट क्यूआर कोड से कर सकते हैं एडमिशन के लिए अप्लाई
Delhi News: राजधानी दिल्ली स्थित आईपी यूनिवर्सिटी ने स्टूडेंट्स के एडमिशन को लेकर बड़ी पहल की है। इस यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स अब क्यूआर कोड के माध्यम से एडमिशन के लिए आवेदन कर सकेंगे। इससे स्टूडेंट्स को एडमिशन के लिए भारी भरकम प्रक्रिया से नही गुजरना पड़ेगा। इस तरह से ऑनलाइन एडमिशन प्रक्रिया तकनीकी रूप से बेहद सरल होगी। इसके साथ ही माह के अंत में नए अकादमिक सत्र के लिए दाखिले शुरू हो जायेंगे।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार नई दिल्ली में गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी (आईपी) में शैक्षणिक सत्र 2024-2025 के लिए ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया तकनीकी रूप से सरल होगी। दाखिले के लिए स्टूडेंट क्यूआर कोड से आवेदन कर सकेंगे। स्नातक और परा-स्नातक की इस बार अलग-अलग दाखिला पुस्तिका होगी। इसके लिए मौजूदा ऑनलाइन आवेदन पोर्टल में कई बदलाव किए गए हैं। नए अकादमिक सत्र के लिए जनवरी माह के अंत में दाखिले शुरू होंगे।
स्टूडेंट्स की सहूलियत को देखते हुए आईपी यूनिवर्सिटी ने इस माह के अंत में शुरू होने जा रही नए अकादमिक सत्र की दाखिला प्रक्रिया को सरल कर दिया है। आवेदन के अनावश्यक चरणों की संख्या कम की जा रही हैं। कई अन्य अनावश्यक चीजों को भी हटाया जा रहा है। प्रक्रिया को इतना सरल बनाने की कोशिश जारी है कि आवेदक अपने मोबाइल फोन पर ही यूनिवर्सिटी में दाखिले के लिए आवेदन कर सके। यही नहीं आवेदकों की सुविधा के लिए ऑनलाइन आवेदन के लिए क्यूआर कोड का विकल्प भी होगा। आवेदन में त्रुटि होने पर ऑनलाइन संशोधन भी किया जा सकता है। यूनिवर्सिटी के निदेशक (दाखिला) प्रो. उदयन घोष ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन पोर्टल को आवेदकों के लिए सरल और सुगम बना रहे हैं। इससे किसी भी आवेदक को आवेदन करने में कठिनाई न आए।
उन्होंने बताया कि आवेदकों की सुविधा के लिए यूनिवर्सिटी वेबसाइट पर दाखिले का एक आमुख पृष्ठ भी बना रहे हैं। इस पृष्ठ पर इस साल के दाखिले से जुड़े समस्त प्रोग्राम दिखेंगे। स्टूडेंट अपने पसंद के प्रोग्राम पर क्लिक करते ही ऑनलाइन आवेदन का विकल्प आ जाएगा। प्रो. घोष ने बताया कि आवेदन शुल्क, काउंसिलिंग भागीदारी शुल्क, पार्ट अकादमिक शुल्क ऑनलाइन जमा करने में भी भुगतान के कई अन्य विकल्प होंगे। इससे आवेदकों को भुगतान के न होने या कई बार भुगतान हो जाने की समस्या से निजात मिलेगी।
यह भी पढ़ें…
प्रमाणपत्रों के सत्यापन की प्रक्रिया भी होगी सरल
आरक्षित श्रेणी के आवेदकों के ऑनलाइन प्रमाण पत्र सत्यापन की प्रक्रिया को भी आसान बनाया जाएगा। इसमें भी मौजूद कई तकनीकी जटिलताओं को दूर करने की कोशिश की जा रही है। आवेदकों की सहूलियत के लिए दाखिला न लेने की स्थिति में शुल्क वापसी की प्रक्रिया भी चरणबद्ध तरीके से चलाई जाएगी। यूनिवर्सिटी के कुलपति पद्मश्री प्रो. डॉक्टर महेश वर्मा ने कहा कि यूनिवर्सिटी की कोशिश है कि आवेदन प्रक्रिया को इतना आसान बनाना है कि ग्रामीण क्षेत्र के आवेदक भी बिना किसी साइबर कैफे की मदद से ऑनलाइन आवेदन कर सकें।