Anantnag Encounter: अनंतनाग एनकाउंटर में कर्नल, मेजर और DSP शहीद, आज होगा अंतिम संस्कार
Anantnag Encounter: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में देश ने तीन जाबांज अफसर खो दिए हैं. इनमें एक कर्नल, एक मेजर और एक डीएसपी शामिल है. सुरक्षाबलों को कोकेरनाग इलाके में आतंकवादियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी. जिसके बाद एक टीम मौके पर पहुंची और घेराबंदी कर दी. इस दौरान दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई और सेना के राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर (कर्नल) मनप्रीत सिंह, एक कंपनी कमांडर (मेजर) आशीष धोंचक और एक जम्मू कश्मीर पुलिस में डीएसपी हुमायूं भट की जान चली गई.
बता दें कि, शहीद DSP हुमायूं भट्ट का उनके पैतृक गांव बडगाम में अंतिम संस्कार किया गया. वहीं, सेना के दोनों अधिकारियों का अंतिम संस्कार आज किया जाएगा. बता दें कि, इन तीनों शहीद अफसरों की शादी हो चुकी थी और उनके बच्चे भी हैं.
पंचकूला के थे कर्नल मनप्रीत सिंह
जम्मू कश्मीर में शहीद हुए कर्नल मनप्रीत सिंह पंचकूला के रहने वाले थे. पंचकूला स्थित उनके घर पर उनकी पत्नी जगमीत ग्रेवाल के साथ बहन और जीजा मौजूद हैं. जगमीत ग्रेवाल को कर्नल मनप्रीत की शहादत के बारे में नहीं बताया गया था. उन्हें बस इतना ही बताया गया कि वह घायल हुए है. कर्नल मनप्रीत की पत्नी जगमीत ग्रेवाल हरियाणा के सरकारी स्कूल में लेक्चरर हैं. उनके दो बच्चे भी हैं. एक बेटा, जिसकी उम्र 6 साल और बेटी की उम्र 2 साल है. कर्नल मनप्रीत ग्रेवाल के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार आज किया जाएगा.
ऑपरेशन को कर्नल मनप्रीत सिंह कर रहे थे लीड
इस ऑपरेशन को कर्नल मनप्रीत सिंह ही लीड कर रहे थे. उन्होंने टीम का नेतृत्व करते हुए आतंकियों पर हमला बोल दिया था. हालांकि, आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी की और वो गंभीर रूप से घायल हो गए. कर्नल मनप्रीत सिंह कमांडिंग ऑफिसर भी थे, इनके हवाले राष्ट्रीय रायफल्स की यूनिट थी.
2 साल की बेटी के पिता हैं मेजर आशीष
अनंतनाग में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद होने वाले मेजर आशीष धोनैक हरियाण के पानीपत जिले के रहने वाले थे. मेजर मेजर आशीष मूल रूप से बिंझौल गांव के रहने वाले थे. हालांकि अभी उनका परिवार पानीपत के सेक्टर-7 में रहता है. आशीष धोनैक तीन बहनों में इकलौते भाई थे. मेजर आशीष की 2 साल पहले ही मेरठ से जम्मू में पोस्टिंग हुई थी. वह 2 साल की बेटी के पिता हैं. बता दें कि इसी साल मेजर आशीष को सेना मेडल से सम्मानित किया गया था.
डीएसपी हुमायूं भट की दो महीने की बेटी है
डीएसपी हुमायूं भट की 2 महीने की बेटी है. जम्मू-कश्मीर पुलिस के रिटायर्ड आईजी गुलाम हसन भट के बेटे हुमायूं भट को बहुत ज्यादा खून बहने की वजह से बचाया नहीं जा सका. शहीद DSP हुमायूं भट्ट का उनके पैतृक गांव बडगाम में अंतिम संस्कार किया गया. हालांकि वह पुलवामा जिले के रहने वाले थे, लेकिन काफी समय से हुम्हामा में रह रहे थे.
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अधिकारी ने बताया कि पुलिस और सेना की टीम ने मंगलवार शाम को कोकरनाग के हलूरा गंडूल इलाके में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन शुरू हुआ था, लेकिन रात में इसे बंद कर दिया गया. उसके बाद बुधवार को सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेर लिया. जैसे ही सुरक्षाबल के अधिकारी उस जगह पर पहुंचे, जहां आतंकी छिपे हुए थे तो उन्होंने फायरिंग कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई. इस दौरान सेना के एक अधिकारी और एक पुलिस अधिकारी को गोली लग गई. आनन-फानन में घायल अफसरों हेलिकॉप्टर से एयरलिफ्ट किया गया, लेकिन इन अधिकारियों को बचाया नहीं जा सका.