Noida dog attack: कुत्तों को गो-गो कहकर पति-पत्नी को कटवाया, फिर महिला ने डंडे से पीड़ित को पीटा
Noida dog attack: नोएडा में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. शहर के अस्पतालों में रोजाना आवारा कुत्तों के काटने के मामले पहुंच रहे हैं. इसके अलावा लोग निजी अस्पताल और क्लीनिकों में भी रैबीज का टीका लगवा रहे हैं. लोगों के विरोध के बावजूद समस्या का समाधान नहीं निकल पा रहा है. इस बीच एक महिला ने अपने पालतू कुत्ते को गो-गो कहकर दो लोगों पर हमला करवा दिया. कुत्ते ने दोनों को बुरी तरह काटकर जख्मी कर दिया. घायलों ने पुलिस को महिला के खिलाफ शिकायत दी है. पुलिस ने शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर दी है.
क्या है मामला ?
नोएडा के सेक्टर-105 का मामला है. शिकायतकर्ता महिला ने बताया कि शनिवार की सुबह वह और उसके पति पार्क में टहलने के लिए निकले हुए थे.तभी एक महिला दो कुत्तों को हमारे पास लेकर आई. उन्होंने कुत्तों की मालकिन को कुत्तों को थोड़ा सा दूर ले जाने को कहा. इस बात पर महिला गुस्सा हो गई. उसने दोनों के साथ बदतमीजी की. साथ ही दोनों कुत्तों को गो-गो कहते हुए हमारे उपर छोड़ दिया. मेरे पति मेरे बचाव में सामने आ गए तो उन कुत्तों ने मेरे पति को नीचे गिराकर काटना शुरू कर दिया. इस दौरान महिला ने गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी. विरोध करने पर महिला ने डंडे से आदमी पर हमला किया.
वहीं, आरडब्ल्यूए अध्यक्ष का कहना है कि आए दिन कुत्तों के किसी ना किसी व्यक्ति को काटने की जानकारी मिलती रहती है. आवारा कुत्ते सबसे ज्यादा बच्चों और बुजुर्ग लोगों को निशाना बनाते हैं. जिसके कारण काफी लोग अपने बच्चे और मां-बाप को घर से नहीं निकलने देते हैं. यह एक चिंताजनक विषय है. इस पर नोएडा प्राधिकरण और जिला प्रशासन को ध्यान देना चाहिए.
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नोएडा प्राधिकरण नहीं उठा रहा कोई कदम
शहर में आवारा कुत्तों की संख्या 50 हजार से अधिक है. इसके अलावा प्राधिकरण के ऐप पर करीब 10 हजार कुत्तों का पंजीकरण हुआ है. वहीं, प्राधिकरण का दावा है कि अभी 40 से 45 हजार कुत्तों की नसबंदी की जा चुकी है. इसके बाद भी कुत्तों की तादाद कम नहीं हो रही. इसके अलावा नोएडा और ग्रेटर नोएडा शहर के कई हिस्सों में कुत्ते दोपहिया वाहन चालकों के पीछे दौड़ने लगते हैं. कई बार वाहन चालक या बाइक के पीछे बैठे व्यक्ति पर हमला कर देते हैं. लोग सोशल मीडिया के जरिए अपनी शिकायत दर्ज करवा रहे हैं. लेकिन कोई फायदा नहीं हो रहा है.