Noida Lift Issue: नोएडा में सोसायटी की लिफ्ट बनी मौत का कुआं, मेंटेनेंस फीस देने के बावजूद हो रहे हादसे
Noida Lift Issue: नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद जैसे बड़े शहरों में लोग फ्लैट खरीदते है ताकि जिंदगी थोड़ी आसान हो जाएगी. लेकिन क्या हो जब इन्हीं फ्लैट में लिफ्ट से लोग जाने से डरे. जी हां आपने सहीं पढ़ा. हाईराइज सोसायटी में रहने वाले लोग लिफ्ट से आने-जाने में डर रहे हैं. डर इस बात का है कि ना जाने कब कौन से लिफ्ट कितनी देर के लिए बंद हो जाए या बीच रास्ते में अटक जाए.
सोसायटियों की लिफ्ट बनी मौत का कुआं
अपनी जीवनभर की कमाई के लाखों-करोड़ों रुपये देकर लोग अपने सपनों का घर लेकर यह सोचते हैं कि अब जिंदगी थोड़ी आसान होगी. लेकिन हाईराइज सोसाइटी में रहने वाले लोगों की समस्या कम नहीं, बल्कि बढ़ ही रही है. यहां के लोगों को रोजाना लिफ्ट खराब होेने या अन्य कई समस्या से रूबरू होना पड़ रहा है. हाई राइज सोसायटी में रहने वाले लोग लिफ्ट से आने-जाने में डर रहे हैं. डर इस बात का है कि ना जाने कब कौन से लिफ्ट कितनी देर के लिए बंद हो जाए या बीच रास्ते में अटक जाए.
लिफ्ट में हुए हादसे
बता दें कि, 3 अगस्त को नोएडा के सेक्टर 137 के पारस टियरा सोसाइटी में हुए लिफ्ट हादसे में एक 72 साल की बुजुर्ग महिला की मौत होने के बाद लोग अब लिफ्ट को लेकर दहशत में हैं. वहीं अब लिफ्ट एक्ट के मुद्दे ने जोर पकड़ लिया है और यह मुद्दा उत्तर प्रदेश के विधानसभा में भी नोएडा और जेवर के विधायक द्वारा उठाया गया है. इस पर ऊर्जा मंत्री ने यह आश्वासन दिया है कि जल्द ही इस एक्ट को पास किया जाएगा और दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए कठोर कानून बनाया जायेगा. अभी तक लोग लिफ्ट में फंसते थे. उनका दम घुटता था, कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें निकाल लिया जाता था. लेकिन नोएडा के सेक्टर 137 पारस टियरा सोसाइटी में 3 अगस्त को हुए हादसे ने सब को दहला कर रख दिया है. इस लिफ्ट हादसे में बुजुर्ग महिला की मौत हो गई. इसको लेकर के सोसाइटी के लोगों में काफी ज्यादा रोष है और लोग दहशत में भी हैं.
इस मामले में पुलिस ने पीड़ित की तरफ से दी गई शिकायत के आधार पर आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, इसमें सोसाइटी के मेंटेनेंस डिपार्टमेंट और एओए के लोग शामिल हैं. थाना सेक्टर 142 इलाके में पड़ने वाली पारस टियरा सोसाइटी में हुए लिफ्ट हादसे में सुशीला देवी उम्र लगभग 72 साल, निवासी फ्लैट नंबर 803, टॉवर नबरं 24 पारस टियरा, सेक्टर 137, गौतमबुद्धनगर की मौत हो गई थी.
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लिफ्ट हादसों के दर्जनों मामले आते हैं सामने
हाईराइज सोसाइटियों में लिफ्ट में फंसना अब आम बात हो गई है. हर दूसरे या तीसरे दिन किसी न किसी सोसाइटी से खबर सुनने को मिलती है की लिफ्ट फंसने से इतने लोग उसमें कई मिनट तक फंसे रहे. कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें बाहर निकाला गया. इनमें बुजुर्ग और बच्चों की संख्या ज्यादा होती है.
27 जून – गाजियाबाद की गौर होम सोसाइटी की लिफ्ट में 9 लोग फंस गए. अचानक लिफ्ट बंद होने के चलते वे करीब 15 मिनट तक अंदर चिल्लाते रहे.
10 जुलाई – ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बनी महागुन मंत्रा सोसाइटी में 10 जुलाई की रात 4 महिलाएं और 2 बच्चे लिफ्ट में करीब 20 मिनट तक फंसे रहें. सोसाइटी की मेंटेनेंस टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला. इस घटना के बाद से लिफ्ट में सवार बच्चे डर गए हैं वह सीढ़ियों से आने जाने को बात कर रहे हैं.
28 जुलाई – थाना सेक्टर 63 में कमलेश (29) जो सेक्टर 63 में एक कंपनी एफ 464 में सुपरवाइजर के पद पर काम करता था. वो कंपनी में लिफ्ट से ऊपर जा रहा था. अचानक लिफ्ट का तार टूटने के कारण लिफ्ट नीचे गिर गई. कड़ी मशक्कत के बाद उसे लिफ्ट के बाहर निकाला गया. कंपनी के कर्मचारियों द्वारा तत्काल उसे हॉस्पिटल ले जाया गया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
3 अगस्त – नोएडा की सेक्टर-137 के पारस टियारा सोसाइटी में बड़ा हादसा हो गया. यहां तार टूटने से लिफ्ट सीधे 24 फ्लोर से दो से तीन फ्लोर नीचे आकर रुकी. इससे लिफ्ट में मौजूद महिला को पैनिक अटैक आया और वो बेहोश हो गई. जानकारी मिलने के बाद लिफ्ट को खोला गया. महिला को नजदीक के अस्पताल में लाया गया. वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया. महिला की उम्र करीब 72 साल के आसपास बताई जा रही है.
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विधानसभा में उठाया लिफ्ट एक्ट का मुद्दा
नोएडा में लिफ्ट एक्ट के जल्द लागू होने की उम्मीद अब नजर आ रही है. नोएडा के विधायक पंकज सिंह और जेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह ने यह मुद्दा विधानसभा में उठाया है. इस बाबत प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने अपने बयान में लिफ्ट एक्ट के जल्द लागू होने की उम्मीद जताते हुए कार्रवाई करने की बात कही है. विधायक पंकज सिंह ने 21 जनवरी 2023 को पहली बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मंडल की बैठक में मुद्दा उठाया था. उनकी ओर से 22 जनवरी को एक पत्र भी दिया गया था, इसके अलावा विधानसभा को भी सूचित करते हुए लिफ्ट एक्ट लागू करने की मांग की गई थी. उन्होंने विधानसभा में लिफ्ट एक्ट लागू करने व उक्त लोक महत्व के विषय पर वक्तव्य की मांग की थी.
इस मामले को लेकर अब उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा है कि सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी रेगुलेशन 2010 के प्रावधानों के अंतर्गत बिजली विभाग की ओर से समय-समय पर जांच की जाती है. इसी प्रकार से लिफ्ट के विभिन्न मामलों में विद्युत सुरक्षा निदेशालय के निरीक्षण के बाद रिपोर्ट जारी की गई है. प्रदेश में बढ़ते शहरीकरण ऊंची इमारत की बढ़ती संख्या से लिफ्ट का प्रयोग बढ़ रहा है. उन्होंने आश्वासन दिया है कि जल्द ही लिफ्ट एक्ट लागू करने की दिशा में काम किया जाएगा.
मेंटेनेंस फीस लेने के बावजूद हादसे
हाई राइज सोसाइटी में रहने वाले लोग हर महीने मेंटेनेंस फीस देते हैं. इसमें लिफ्ट मेंटिनेस भी शामिल होती है, लेकिन लगातार बढ़ते मामलों ने लोगों के सब्र के बांध को तोड़ दिया है. लोगों में रोष है और गुस्सा है. लोगों का कहना है कि जब हम इतनी मोटी मेंटेनेंस फीस हर महीने भरते हैं, तो हमारी सुरक्षा की जिम्मेदारी आखिर कौन लेगा. लिफ्ट हादसे लगातार बढ़ रहे हैं. लेकिन इसके पीछे की असल वजह क्या हो सकती है.