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CBI on arvind mayaram: CBI ने पूर्व वित्त सचिव अरविंद मायाराम के ठिकानों पर की छापेमारी, लगे गंभीर आरोप

Written By: गली न्यूज

Published On: Friday January 13, 2023

CBI on arvind mayaram: CBI ने पूर्व वित्त सचिव अरविंद मायाराम के ठिकानों पर की छापेमारी, लगे गंभीर आरोप

CBI on arvind mayaram: राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot) के सलाहकार और पूर्व वित्त सचिव अरविंद मायाराम (Arvind Mayaram) के ठिकाने पर Central Bureau of Investigation (CBI)ने छापे मारे हैं. CBI की टीमों की ये छापेमारी दिल्ली और जयपुर में की गई है. CBI ने अरविंद मायाराम पर मनमोहन सरकार में केंद्रीय वित्त सचिव रहते हुए नोट छापने के टेंडर में घोटाले का केस दर्ज किया था. उस समय 1,688 करोड़ रुपए के करेंसी प्रिटिंग घोटाला (Currency printing scam) का आरोप लगा था. CBI ने घोटाले के मामले में अरविंद मायाराम के ठिकाने से कई डॉक्यूमेंट भी जब्त किए हैं. सूत्रों के मुताबिक 2017 में इस घोटाले की शिकायत की गई थी. CBI ने गुरुवार को यह छापेमारी की है.

फिलहाल CBI ने इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है और अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. अकेले मायाराम ही नहीं है जिनकी जांच चल रही है. बल्कि वित्त मंत्रालय और आरबीआई के कुछ अधिकारियों की इस जांच में कुंडली खंगाली जा रही है.

ब्लैकलिस्टेड कंपनी को दिया ठेका

यह मामला नोट छापने के लिए मटेरियल सप्लाई करने वाली एक ब्लैकलिस्टेड ब्रिटिश कंपनी (DelaRau) से जुड़ा है. कंपनी को मटेरियल की क्वालिटी घटिया होने के चलते वर्ष 2011 में ही ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया था.

इसके बावजूद अरविंद मायाराम के फाइनेंस सेक्रेटरी रहते हुए बिना टेंडर प्रोसेस के कंपनी को तीन साल का एक्सटेंशन देकर नोट छापने में इस्तेमाल होने वाला कलरफुल धागा खरीदने का ऑर्डर जारी हुआ था. बताया जाता है यह ऑर्डर करीब 1,688 करोड़ का था. यह खरीद 2012 में हुई जबकि कंपनी पहले से ब्लैकलिस्टेड थी. इस कंपनी के भारतीय प्रतिनिधि का नाम पनामा पेपर लीक से भी जुड़ा था. इस मामले में अरविंद मायाराम को केंद्र सरकार ने 2017 में नोटिस भेजा था.

2014 में अरविंद मायाराम  का तबादला 

बता दें कि, 16 अक्टूबर 2014 में मोदी सरकार ने जब ब्यूरोक्रेसी में पहला बड़ा बदलाव किया तो उस लिस्ट में अरविंद मायाराम का नाम भी था. उन्हें फाइनेंस से हटाकर टूरिज्म मिनिस्ट्री में भेज दिया गया. मायाराम ने इस पोस्ट पर जॉइन भी नहीं किया था कि महज 15 दिन बाद 30 अक्टूबर को उनका तबादला माइनॉरिटी डिपार्टमेंट में कर दिया गया.

गहलोत के खास हैं अरविंद मायाराम

अरविंद मायाराम UPA सरकार में वित्त सचिव रह चुके हैं. गहलोत के करीबी अफसरों में मायाराम की गिनती होती है. UPA सरकार के समय चिदंबरम के करीबी माने जाते थे. पिछले दिनों अलवर में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल हुए थे.

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CM के वित्त सलाहकार मायाराम केंद्र में ग्रामीण विकास विभाग में वित्तीय सलाहकार और विशेष सचिव रह चुके हैं. केंद्रीय वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव भी रह चुके हैं. राजस्थान सरकार में पर्यटन, प्लानिंग और उद्योग में सचिव रह चुके मायाराम अलवर और बूंदी में कलेक्टर रह चुके हैं.

अरविंद मायाराम का परिवार 

अरविंद मायाराम का परिवार पुराना कांग्रेसी परिवार रहा है. अरविंद मायाराम की मां इंदिरा मायाराम 1998 से 2002 में मुख्यमंत्री व अशोक गहलोत की पहली सरकार में मंत्री रहीं थीं. वे सांगानेर से कांग्रेस की विधायक रहीं थीं.

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