mother-daughter burnt alive: अरवल में जबरदस्ती करने की कोशिश में नाकाम दरिंदे ने मां-बेटी पर पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जलाया
Mother-daughter burnt alive: बिहार (Bihar) के अरवल से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. अरवल जिले के चकिया गांव में एक दरिंदे ने मां-बेटी पर पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला दिया है. जिसमें मां-बेटी बुरी तरह झुलस गई. आसपास के लोगों ने आनन-फानन में दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया. जहां से उन्हें पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया. जहां मां और बेटी दोनों की मौत हो गई. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
क्या है मामला ?
अरवल के चकिया गांव में एक दरिंदे ने मां-बेटी पर पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला दिया है. जिसमें मां-बेटी बुरी तरह झुलस गई. आनन-फानन में दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया. जहां से उन्हें पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया. जहां मां और बेटी दोनों की मौत हो गई. मृतकों की पहचान सुमन देवी और उसकी बेटी शारदा कुमारी के रूप में हुई है. सुमन देवी के पति अजीत पासवान एक मामले में जेल में बंद हैं. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
पांच दिन पहले पति गया था जेल
जानकारी के अनुसार मृतक सुमन देवी का पति अंजित पासवान उर्फ जटा पासवान पांच दिन पहले देसी शराब के साथ पकड़ा गया था. इसके बाद पुलिस ने उन्हें जेल भेज दिया है. बताया जा रहा है कि गांव के ही गोपी महतो का बेटा नंद कुमार महतो सुमन पर हमेशा बुरी नजर रखता था. हमेशा वह सुमन के साथ छेड़छाड़ करता था. वह विरोध करती तो वह धमकाता भी था. आरोप है कि हर रात वह उसके घर आता था. महिला द्वारा विरोध करने के बाद लौट जाता था.
आरोपी की हरकत से परेशान थी महिला
आरोपी युवक सोमवार की रात शराब के नशे में धुत होकर सुमन देवी के घर पहुंचा और गंदी हरकत करने लगा. महिला ने किसी तरह अपना बचाव करते हुए घर से धक्का देकर नंद कुमार को बाहर निकाल दिया. इसके बाद महिला ने दरवाजा बंद कर लिया. इससे गुस्साएं युवक अपने घर गया और बाइक से पेट्रोल निकालकर वापस आ गया. फिर छप्पर पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी. घर का दरवाजा भी बाहर से बंद कर दिया था.
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आग में घिरीं मां-बेटी चीखने-चिल्लाने लगीं. रात होने के कारण गांव वाले देर से पहुंचे. तब तक छप्पर जलकर मां बेटी पर गिर चुका था. ग्रामीणों ने दरवाजा तोड़कर मां-बेटी को किसी तरह घर से बाहर निकाला. आनन-फानन इलाज के लिए अस्पताल ले गए. दोनों की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें पटना रेफर कर दिया, जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई.