Stubble burning :- मानसून के विदा होने से पहले ही जलने लगी परालियां, आने वाले समय में बढ़ेगा असर
Stubble burning :- मॉनसून की विदाई से पहले ही पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के मामले बढ़ रहे हैं। 15 से 21 सितंबर के बीच पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में 75 मामले सामने आए हैं। अधिकारियों का कहना है कि मॉनसून के कारण अभी इसका असर नहीं दिख रहा है, लेकिन आने वाले समय में बढ़ सकता है।
मॉनसून की विदाई से पहले ही पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने का सिलसिला तेज हो गया है। 15 से 21 सितंबर के बीच धान की पराली जलाने के चार राज्यों में 75 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें सबसे अधिक पंजाब से मामले आ रहे हैं।
15 सितंबर से मॉनिटरिंग शुरू
कंसोर्टियम फॉर रिसर्च ऑन एग्रोइकोसिस्टम मॉनिटरिंग एंड मॉडलिंग फ्रॉम स्पेस (CREAMS) हर साल दिल्ली और इसके पड़ोसी राज्यों में धान की पराली की मॉनिटरिंग 15 सितंबर से शुरू करता है। इस बार भी सेटेलाइट के माध्यम से पराली जलाने की घटनाओं को कैप्चर करने का काम 15 सितंबर से ही शुरू हो चुका है। पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में पराली जलाने के मामले सामने आने लगे हैं। वहीं राजस्थान और दिल्ली में अभी ये मामले सामने नहीं आए हैं।
फिलहाल नहीं दिख रहा पराली का असर
अधिकारी के अनुसार इस समय मॉनसून सीजन चल रहा है। हवाओं में नमी है, इनकी गति भी तेज बनी हुई है। यह पराली के प्रदूषण को लेकर दिल्ली नहीं पहुंच रही हैं। ऐसे में पराली प्रदूषण का असर नहीं दिख रहा है। लेकिन मॉनसून जाने के समय हवाओं की दिशा बदल जाती है। इसके बाद तापमान गिरने पर हवाओं की रफ्तार कम हो जाती है।
ऐसे में आने वाले समय में पराली के मामले बढ़ने पर उसका असर हवाओं में दिखाई दे सकता है। अधिकारियों के अनुसार इस बार पराली जलाने के मामलों को कम करने के लिए काफी काम किया गया है। किसानों को आ रही परेशानियों का हल करने के तमाम प्रयास किए गए हैं। ऐसे में इस बार मामलों में कमी आने की पूरी उम्मीद है।
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