Noida news :- सनशाइन हिल्योस सोसाइटी के बिल्डर के घर छापा, दस्तावेज, लैपटॉप और पेनड्राइव जब्त…
Noida news :- नोएडा के सेक्टर-78 स्थित सनशाइन हिल्योस सोसाइटी के निवासियों द्वारा धोखाधड़ी के आरोपों के चलते पुलिस ने सोमवार को सनशाइन बिल्डर समूह के निदेशक के घर और दफ्तरों पर सर्च अभियान चलाया। इस अभियान के दौरान पुलिस ने दस्तावेज, लैपटॉप और पैनड्राइव जब्त किए। निवासियों ने बिल्डर पर बिजली के बिल, मेंटेनेंस चार्ज, आईएफएमएस फंड और एओए के गठन को लेकर जालसाजी के आरोप लगाए हैं।
(Noida news) जानिए क्या है मामला…..
नोएडा पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, सनशाइन हिल्योस सोसाइटी के निवासियों का आरोप है कि बिल्डर द्वारा बिजली के बिल, मेंटेनेंस चार्ज, आईएफएमएस फंड, और एओए (अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन) के गठन के मुद्दों को लेकर जालसाजी की जा रही है। इस कारण सोसाइटीवासियों और बिल्डर के बीच पिछले कई दिनों से तनातनी चल रही है। सोसाइटी के लोगों का कहना है कि बिल्डर ने उनकी शिकायतों को नजरअंदाज किया और इन मामलों में पारदर्शिता नहीं बरती, जिससे यह विवाद गहराता गया।
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नोएडा पुलिस के साथ दिल्ली ईओडब्ल्यू की टीम भी इस जांच में शामिल रही। निवासियों का आरोप है कि बिल्डर ने करोड़ों रुपये का गबन किया है और सोसाइटी का प्रबंधन अब तक निवासियों को हस्तांतरित नहीं किया गया है। इसके अलावा, बिल्डर पर जबरन वसूली के लिए नोटिस भेजने का भी आरोप है।
(Noida news) बिल्डर पर लगभग 87 करोड रुपए बकाया…
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, सनशाइन बिल्डर पर लगभग 87 करोड़ रुपये का बकाया है। अमिताभ कांत समिति की सिफारिशें लागू होने के बाद बिल्डर को दो साल के कोविड जीरो पीरियड का लाभ दिया गया, जिसके तहत उसे 17 करोड़ रुपये की छूट मिली। इसके बाद भी बिल्डर को 70 करोड़ रुपये जमा करने थे, लेकिन यह राशि अब तक जमा नहीं की गई है। इस वजह से सोसाइटी के निवासियों के फ्लैटों की रजिस्ट्री भी रुकी हुई है, जिससे निवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
(Noida news) बिल्डर को 1 घंटे पहले हुई थी जांच की खबर….
सोसाइटी के लोगों का आरोप है कि सर्च अभियान की जानकारी बिल्डर को करीब एक घंटे पहले ही मिल गई थी, इसलिए पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह वहां से जा चुका था। जब पुलिस और जांच टीम पहुंची, तो बिल्डर के घर और ऑफिस में सिर्फ कुछ कर्मचारी मौजूद थे, जिनसे टीमों ने जांच के दौरान पूछताछ की।
इससे पहले, रेरा के बकाये के कारण जिला प्रशासन ने सनशाइन बिल्डर का कार्यालय सील किया था। इसके अलावा, यह भी बताया जा रहा है कि बिल्डर के निदेशक और उनके परिवार का राजनीति में सक्रियता है और वे एक बड़ी राजनीतिक पार्टी से जुड़े हुए हैं, जिससे उनकी स्थिति को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।