Noida News: यूनिटेक की अटकी परियोजनाओं के निर्माण कार्य शुरू होंगे, जानें… आवेदन की अंतिम तिथि
Noida News: नोएडा से फ्लैट रजिस्ट्री से जुड़ी बड़ी खबर है। यूनिटेक की ओर से बताया गया कि कुल 1802 खरीदारों ने ई-मेल भेजकर बकाये पैसे की वापसी (रिफंड) के बदले फ्लैट लेने का विकल्प चुना है। इसमें 138 ई-मेल ग्रेटर नोएडा के ऐसे प्रोजेक्ट के लिए मिले हैं, जिनमें पैसे वापसी के अलावा कोई चारा नहीं बचा है। सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद अब यूनिटेक की अटकी परियोजनाओं के निर्माण कार्य शुरू होंगे। ऐसे में खरीदारों को फ्लैट मिलने की संभावना दिखने लगी है। यही वजह है कि 1800 खरीदारों ने अब पैसे वापसी के बदले फ्लैट लेने का विकल्प चुना है। खरीदारों ने इसके लिए बोर्ड से अपील की है।
क्या है पूरा मामला
Noida News: सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद अब यूनिटेक की अटकी परियोजनाओं के निर्माण कार्य शुरू होंगे। ऐसे में खरीदारों को फ्लैट मिलने की संभावना दिखने लगी है। यही वजह है कि 1800 खरीदारों ने अब पैसे वापसी के बदले फ्लैट लेने का विकल्प चुना है। खरीदारों ने इसके लिए बोर्ड से अपील की है। यूनिटेक के बोर्ड ने खरीदारों को 15 दिसंबर तक विकल्प चुनने का मौका दिया था। दरअसल, यूनिटेक की 39 परियोजनाओं में काम शुरू होने की हरी झंडी मिलने के बाद बोर्ड की ओर से फ्लैट खरीदारों को 10 जनवरी तक बकाये की पहली किस्त चुकाने के लिए कहा गया है। इसके लिए पहली लिस्ट के खरीदारों के बकाये की राशि की जानकारी उपलब्ध करा दी गई है। साथ ही उन्हें तत्काल राशि जमा कराने के निर्देश दिए गए हैं।
यूनिटेक की ओर से बताया गया कि कुल 1802 खरीदारों ने ई-मेल भेजकर बकाये पैसे की वापसी (रिफंड) के बदले फ्लैट लेने का विकल्प चुना है। इसमें 138 ई-मेल ग्रेटर नोएडा के ऐसे प्रोजेक्ट के लिए मिले हैं, जिनमें पैसे वापसी के अलावा कोई चारा नहीं बचा है। उक्त जमीन की लीज निरस्त हो चुकी है। अहम है कि इस योजना में उन खरीदारों को इसका लाभ नहीं मिल पाएगा, जिन्होंने रिफंड का पूरा पैसा मिल चुका है। यह केवल उनके लिए ही फायदेमंद होगा, जिन्होंने अब तक एक भी पैसा नहीं लिया है और रिफंड का कुछ अंश लिया है। उनको शर्तों के साथ यह राशि मिलेगी।
यह भी पढ़ें…
अब 31 दिसंबर तक कर सकेंगे आवेदन
कंपनी अधिकारियों ने बताया कि तय अवधि बीतने के बाद भी फ्लैट खरीदारों की ओर से लगातार फोन आ रहे हैं। आवेदन करने की समय सीमा बढ़ाने की मांग की जा रही है। 15 दिसंबर के बाद से 120 ई-मेल बोर्ड को मिली है। इसको ध्यान में रखते हुए यूनिटेक के बोर्ड ने इसकी समय सीमा 31 दिसंबर तक बढ़ा दी है।