दिल्ली: कल्याण ट्रस्ट ने बदली जिंदगी, अनाथों को दी सबसे बड़ी खुशी
दिल्ली (Delhi) में रहने वाली 20 साल की विमलेश और 22 साल की सुनीता अपने लाइफ पार्टनर के साथ खुशहाल जिंदगी बिता रही हैं। विमलेश और सुनीता के इस खुशहाली के पीछे का सबसे बड़ा कारण कल्याण ट्रस्ट चलाने वाली इंद्रजीत कौर हैं। पंजाब से आने वाली इंद्रजीत बीते 5 साल से भी ज्यादा समय से कल्याण ट्रस्ट चलाकर उन लोगों की जिंदगी संवारने की कोशिश में जुटी है जो गरीब और मजबूर हैं। 56 साल की इंद्रजीत कौर बचपन से ही मानव सेवा को सबसे बड़ा धर्म माना। उसी भावना का नतीजा है कि बीते कई साल से वो आम लोगों की सेवा में जुटी हैं। कभी भूखों के लिए खाने का इंतजाम करती हैं। कभी बेसहारों का सहारा बनती हैं और तो और अबतक कई लड़कियों की शादी भी करा चुकी हैं।
अब से करीब 5 साल पहले इसी सेवा भावना को और बढ़ाने के लिए इंद्रजीत कौर ने कल्याण ट्रस्ट बनाया और अब वो इस ट्रस्ट के जरिए सेवा भावना की नई मिसाल तय कर रही हैं। झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को खाना बांटना और उनको जरूरत का सामान उपलब्ध कराने से लेकर पढ़ाई तक के सामिजक कार्यों में यह ट्रस्ट लगा है। विमलेश और सुनीता अनाथ थीं, उनकी सुध लेना वाला कोई नहीं था लेकिन अब दोनों के पास भरा पुरा परिवार है साथ ही कल्याण ट्रस्ट का साथ भी बना हुआ है। इस शादी में इंद्रजीत कौर ने जहां रुपये-पैसे से मदद की साथ ही दोनों के लिए फिक्सड डिपॉजिट कर उनकी जिंदगी संवारने की ओर भी कदम बढ़ाया।
कुछ समय पहले पिता और माता के निधन के बाद इंद्रजीत कौर ने जनसेवा की ओर खुलकर कदम उठाया और उसी का नतीजा है कि आज कल्याण ट्रस्ट सेवा के तौर पर एक बडा और विश्वसनीय नाम बनकर उभरा।