Gurugram News: सोसाइटी में बालकनी गिरने से लोगों में डर…होगी टावरों की बैरिकेडिंग…
Gurugram News: चिंतेलस पैराडिसो सोसाइटी से जुड़ी एक बेहद बड़ी खबर है। बताया जा रहा है की चिंतेल्स पैराडिसों सोसाइटी में असुरक्षित डी टॉवर की तीन और बालकनी अचानक से गिर जाने से लोगों में बेहद डर है। बालकनी रविवार की शाम अचानक गिरी थी जिसके लिए को टावरों की बैरिकेडिंग की जाएगी, इसके लिए परिवारों को शिफ्ट होने के आदेश दिए गए हैं।
क्या है पूरा मामला
गुरुग्राम में सेक्टर-109 स्थित चिनटेल्स पैराडाइसो सोसाइटी में असुरक्षित घोषित टावर डी की तीन और बालकनी गिर गईं। एक माह पहले भी दूसरे मंजिल की बालकनी गिर गई थी। ऐसे में बिल्डर की ओर से मंगलवार को असुरक्षित टावरों की बैरिकेडिंग कराई जाएगी। चिनटेल्स पैराडाइसो सोसाइटी के उपाध्यक्ष जेएन यादव ने बताया कि रविवार की शाम वह सोसाइटी में लोगों के साथ बैठक कर रहे थे। इसी दौरान की शाम छह बजे अचानक डी टावर की तीन बालकनी गिर गई। उन्होंने बताया कि ऐसे में अन्य टावरों के आसपास भी सुरक्षा के इतंजाम कराए जाएंगे। यादव ने बताया कि बताया कि पहले भी डी टावर की बालकनी गिर चुकी है। जेएन यादव ने कहा कि प्रशासन ने पहले ही बैरिकेडिंग करने को कहा था लेकिन स्थानीय लोग विरोध कर रहे थे। उनका कहना हैं कि सभी टावरों के चारों ओर ग्रीन बेल्ट और पार्क का कु छ भाग तक बैरिकेडिंग की जाएगी। हालांकि पहले आरडब्ल्यूए की मांग थी कि केवल टावरों के पास ही बैरिकेडिंग की जाए।
डीटीपी ने दिए परिवारों को शिफ्ट करने के आदेश दिए
चिनटेल्स पैराडाइसो सोसाइटी के असुरक्षित टावर डी,ई,एफ, जी और एच टावरों में बैरिकेडिंग के आदेश पहले ही हुए हैं। ऐसे में सोमवार को टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (एनफोर्समेंट) विभाग की तरफ से बिल्डर को लेटर जारी करके आदेश दिए गए कि असुरक्षित टावरों में रह रहे 13 परिवारों के साथ सेटलमेंट करके उन्हें कहीं और शिफ्ट करे। आरडब्ल्यूए के साथ बातचीत करके बैरिकेडिंग की प्रक्रिया शुरू हो। रिपोर्ट सात दिनों के भीतर दें ताकि आगे की प्रकिया चलाई जा सके। जेएन यादव ने कहा कि असुरक्षित टावरों की बैरिकेडिंग की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो जाएगी। इसके लिए आरडब्ल्यूए ने स्वयं मांग की थी।
जेएन यादव के मुताबिक लगातार तीन बालकनी गिरने से लोगों में डर पैदा हो गया है। बता दें कि 10 फरवरी 2022 को डी टावर में हुए हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई थी। इसके बाद जिला प्रशासन ने हादसे की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी थी। कमेटी ने रिपोर्ट नवंबर 2022 में सौंप दी थी। इसमें पांच टावरों को अनसेफ घोषित कर दिया गया था। वहीं, चार टावरों को आईआईटी की टीम ने रहने योग्य घोषित किया था। इसमें लोग अभी रह रहे हैं। असुरक्षित घोषित टावरों में अभी एच टावर में करीब 15 परिवार रह रहे हैं। उनको खाली करने के लिए पहले डीटीपी ने नोटिस जारी किया था। इसके बाद भी इन लोगों ने अभी फ्लैट को खाली नहीं किया है।
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