नोएडा:ग्रैंड अजनारा सोसाइटी में बिल्डर के खिलाफ हल्ला बोल, जनसंवाद में जुटे रेजिडेंट्स
नोएडा ( Noida) के सेक्टर 74 (Sector-74) स्थित ग्रैंड अजनारा (Grand Ajnara) सोसाइटी में रेजिडेंट्स ( Residents) और बिल्डर (Builder) के बीच निर्णायक और अहम लड़ाई जारी है। मेंटेनेंस हैंडओवर (Handover) को लेकर AOA वर्सेज अजनारा बिल्डर के बीच विवाद और बढ़ गया है । इसी विवाद के बीच ग्रैंड अजनारा सोसाइटी में आज जनसंवाद कार्यक्रम रखा गया था जिसमें सैकड़ों रेजिडेंट्स ने हिस्सा लिया। यह जनसंवाद कार्यक्रम ग्रैंड अजनारा सोसाइटी की ऑक्युपेंसी सर्टिफिकेट निलंबित होने के बाद रखा गया था। इस संवाद कार्यक्रम में AOA समेत अलग-अलग रेजिडेंट्स ने अपनी राय रखी।
मीटिंग की जानकारी देते हुए AOA अध्यक्ष विवेक सिंह ने जानकारी दी और साफ कहा कि नोएडा अथॉरिटी ने जो भी बिल्डर पर कार्रवाई की है, वो सही है। AOA और रेसिडेंट्स अथॉरिटी के साथ है । इसके साथ ही उन्होंने वॉटर बिल का मुद्दा भी उठाया और कहा कि मेंटेनेंस हैंडओवर के पहले के वॉटर बिल की जिम्मेदारी बिल्डर की है। जो की बिल्डर मैटेनेनेंस मीटर से 2022 तक काटता आ रहा है। जो की पेनल्टी के साथ यह रकम 4 करोड़ का हो गया है, और अब तक बकाया है।
विवेक सिंह का आरोप है कि बिल्डर अलग अलग नोटिस लगा कर रेजिडेंट्स को मेंटली और इकोनॉमिकली परेशान कर रहा है। इसके अलावा उन्होंने जानकारी दी कि क्लब चार्जेज का भी करीब 5 करोड़ रुपया बिल्डर के पास बकाया है। 2015 से बिल्डर क्लब चार्जेज रेसिडेंट्स के मैटेंसनेस से काटता आ रहा है, उसके बावजूद फिर वो अलग से 5 करोड़ 9 लाख बकाया दिखा के और मांग रहा है जो की गैर कानूनी है ।
रेजिडेंट्स ने इन सभी बकाया राशि की जानकारी प्रशासनिक अधिकारी और अथॉरिटी को दी है। आज की बैठक में मौजूद रेजिडेंट्स ने बकाया राशि और हैंडोवर प्राप्त करने के लिए एकमत हुए हैं। बाकायदा सिग्नेचर कर बिल्डर की तानाशाही को खत्म करने को राजी हुए हैं। अब देखने वाली बात यह है कि बिल्डर अपनी बदमाशी से कब बाज आ जाता है और कब रेजिडेंट्स को अपना हक मिलता है।