Ghaziabad news :- वेव ग्रुप के आठ ठिकानों पर जीएसटी विभाग ने मारा छापा, हुआ चोरी का खुलासा
Ghaziabad news :- वेव ग्रुप से जुड़ी दो फर्मों के गाजियाबाद, नोएडा और मुरादाबाद स्थित आठ ठिकानों पर राज्य कर विभाग की टीमों ने एक साथ छापा मारकर जीएसटी चोरी का खुलासा किया है। 20 सितंबर की सुबह शुरू हुआ सर्च अभियान लगभग 24 घंटे तक जारी रहा। सभी ठिकानों से जांच टीमों ने अभिलेख जब्त कर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में मिली जीएसटी की हेरफेर के आधार पर 6.21 करोड़ रुपये की धनराशि जमा कराई गई है।
क्या है मामला :-
राज्य कर विभाग के अपर आयुक्त ग्रेड-1 दिनेश कुमार मिश्र ने बताया कि विभाग की लखनऊ स्थित टैक्स रिसर्च यूनिट (टीआरयू) से वेव ग्रुप से जुड़ी दो फर्मों में जीएसटी से जुड़ी अनियमितताओं की जानकारी मिली थी। इसके आधार पर विभाग के गाजियाबाद जोन-प्रथम की विशेष अनुसंधान शाखा रेंज-ए को जांच का जिम्मा सौंपा गया। जीएसटी पोर्टल, जीएसटी प्राइम, बिजनेस इंटेलिजेंस एंड फ्रॉड एनालिटिक्स (बीफा), कॉमटैक्स और ई-वे बिल पोर्टल से जानकारी जुटाई गई। साथ ही, जांच टीमों ने कई दिनों तक रेकी करने के बाद गांजियाबाद में पंजीकृत वेव सिटी से जुड़ी दो फर्मों के गाजियाबाद, नोएडा और मुरादाबाद स्थित आठ ठिकानों पर एक साथ छापे मारे।
सुबह तक चली कार्रवाई :-
20 सितंबर की सुबह से शुरू हुई कार्रवाई 21 सितंबर की सुबह तक चली, जिसमें विशेष अनुसंधान शाखा की रेंज ए और रेंज बी के अलावा नोएडा और मुरादाबाद के अधिकारियों के नेतृत्व में जांच टीमों ने सर्च अभियान को अंजाम दिया। जांच के दौरान रियल एस्टेट के कारोबार के अलावा फ्लैट और भवनों की बिक्री में जीएसटी से जुड़ी अनियमितताएं मिलीं। एक फर्म से दूसरी फर्म के जरिये चेन बनाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) में गड़बड़ी के संकेत भी मिले हैं। देयता की तुलना में टैक्स कम दिखाकर जीएसटी रिटर्न फाइल करने की भी जानकारी मिली है। प्रारंभिक जांच के आधार पर विभाग ने 6.21 करोड़ रुपये की धनराशि दोनों फर्मों से जमा कराई है। जांच की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए कई अहम दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
अघोषित स्थल को किया सील :-
जांच टीम ने वेव ग्रुप के गाजियाबाद स्थित जिस घोषित स्थल पर छानबीन शुरू की, वहां से कई अहम जानकारियां जुटाई गईं। इसके बाद टीम ने नजदीकी ही एक ऐसे परिसर पर छापा मारा, जिसे कारोबार स्थल के रूप में घोषित ही नहीं किया गया था। यहां स्टाफ भी तैनात पाया गया। जांच टीम ने इस स्थल को सील कर दिया है।