Flat Registry News: खुशखबरी, इस सोसाइटी में रजिस्ट्री का रास्ता हुआ साफ, घर खरीदारों ने जताई खुशी
Flat Registry News: नोएडा वासियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। यहां की स्काईटेक माट्रोट सोसाइटी में रजिस्ट्री का रास्ता क्लियर हो गया है। नोएडा प्राधिकरण ने बिल्डर को आवश्यक राशि जमा करने के निर्देश दिए हैं। जल्द ही रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू की जायेगी। इस बात को लेकर घर खरीदारों ने खुशी जताई है।
क्या है पूरा मामला
बतादें, नोएडा के सेक्टर-76 स्थित स्काईटेक माट्रोट सोसाइटी (Flat Registry News) में कई वर्षों से फ्लैट की रजिस्ट्री का इंतजार कर रहे खरीदारों के लिए राहत भरी खबर है। नोएडा प्राधिकरण ने बिल्डर को आवश्यक राशि जमा करने के निर्देश दिए हैं, जिससे रजिस्ट्री की प्रक्रिया को सुचारू रूप से आगे बढ़ाया जा सके। इसके साथ ही एस्क्रो एकाउंट खोलने पर भी सहमति बनी है।
एस्क्रो एकाउंट खोलने से क्या होगा?
एस्क्रो एकाउंट के तहत, सोसाइटी में किसी भी फ्लैट की बिक्री होने पर प्राधिकरण के एकाउंट में पैसा आ जाएगा। इससे प्राधिकरण उसी अनुपात में रजिस्ट्री की मंजूरी देगा। स्काईटेक माट्रोट सोसाइटी पर नोएडा प्राधिकरण के करीब 24 करोड़ रुपये बकाया हैं। इस सोसाइटी में लगभग 716 फ्लैट हैं, जिनमें से 480 फ्लैट की रजिस्ट्री हो चुकी है, जबकि 246 फ्लैट की रजिस्ट्री बाकी है।
प्राधिकरण और बिल्डर की बैठक
प्राधिकरण ने बकाया जमा करने के लिए बिल्डर को निर्देश दिए हैं। बकाया जमा करने से पहले एस्क्रो एकाउंट खुलवाने पर जोर दिया गया है, ताकि सोसाइटी में किसी भी संपत्ति की बिक्री से प्राप्त धनराशि सीधे एस्क्रो एकाउंट में जमा हो सके। नियम के तहत, जमा राशि का 70 प्रतिशत प्राधिकरण और 30 प्रतिशत बिल्डर को मिलेगा।
अमिताभकांत समिति का पैकेज
अमिताभकांत समिति के पैकेज के तहत बिल्डर को कुल बकाए 24 करोड़ में से 25 प्रतिशत (छह करोड़ रुपये) राशि जमा करनी होगी। इसके बाद, प्राधिकरण जमा पैसों के अनुपात में फ्लैट की रजिस्ट्री की मंजूरी देना शुरू कर देगा। बाकी 18 करोड़ रुपये बिल्डर को एक साल में किश्तों में देने होंगे। नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ वंदना त्रिपाठी ने बताया कि बिल्डर को जल्द एस्क्रो एकाउंट खोलते हुए बकाया जमा करने के निर्देश दिए गए हैं।
यह भी पढ़ें…
अन्य बिल्डरों की स्थिति
करीब 16 बिल्डरों ने अभी तक कुल बकाए में से 25 प्रतिशत राशि जमा नहीं की है। अब तक 57 में से 22 परियोजनाओं के बिल्डरों ने कुल बकाए में से 25 प्रतिशत राशि जमा की है, जबकि 14 परियोजनाओं के बिल्डरों ने कुछ राशि जमा कराई है। शासनादेश लागू होने के बाद नए सिरे से गणना करने पर 5 परियोजनाओं का बकाया शून्य हो गया था। अभी तक 16 परियोजनाओं के बिल्डर बकाया राशि जमा करने के लिए आगे नहीं आए हैं। जिन बिल्डरों ने राशि जमा की है, उनकी सोसाइटी में 3 हजार फ्लैट की रजिस्ट्री होनी प्रस्तावित है, जबकि अभी तक 1075 फ्लैट की रजिस्ट्री हुई है।