क्रिप्टोकरेंसी : सरकार के फैसले का क्या होगा असर, क्या करें आप ?
क्या आपने भी क्रिप्टो करेंसी (Cryptocurrency) में निवेश कर मुनाफा कमाा है, तो अब इसका रिकॉर्ड रखना शुरू कर दीजिए. अगले साल से आपको इनकम टैक्स रिटर्न में इसकी जानकारी देनी होगी. इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फॉर्म में क्रिप्टो से हुए मुनाफे की जानकारी देने के लिए एक अलग कॉलम जोड़ा जाएगा. जानकारी देने के बाद, आपको इस पर टैक्स भी चुकाना होगा. इसके बाद यह साफ हो गया है कि क्रिप्टो से हुए मुनाफे को छुपाया नहीं जा सकेगा. अगर कोई इस मुनाफे को छुपाता है तो उसे ब्लैक मनी माना जाएगा. रेवेन्यू सेक्रेटरी तरुण बजाज (Finance Secretary) ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी से हुए मुनाफे पर हमेशा टैक्स लगता था. बजट में इस पर नया टैक्स लगाने का ऐलान नहीं किया गया है. इस पर सिर्फ स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की गई है.
अब आगे क्या होगा?
तरुण बजाज का कहना है कि फाइनेंस बिल में वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के टैक्सेशन से जुड़ा प्रावधान है. इसमें क्रिप्टो के कानूनी हैसियत के बारे में कुछ नहीं कहा गया है. संसद में इस बारे में बिल पेश होने के बाद ही इस बारे में तस्वीर साफ होगी. एक अप्रैल से क्रिप्टो से हुए मुनाफे पर 30 फीसदी टैक्स, सेस और सरचार्ज भी लगेगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण ने अपने बजट भाषण में क्रिप्टो से मुनाफे पर 30 फीसदी टैक्स लगाने का ऐलान किया था. इसके अलावा इसके ट्रांजेक्शन पर 1 फीसदी टीडीएस भी लागू होगा.
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज यानी CBDT के चेयरमैन जे बी मोहपात्रा का कहना है कि अनुमान के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजेज का सालाना टर्नओवर 30,000 से 1 लाख करोड़ रुपए के बीच है. एक लाख करोड़ रुपए के वॉल्यूम पर 1 फीसदी टीडीएस से सरकार को 1,000 करोड़ रुपए की आय हो सकती है.
पिछले कुछ सालों में क्रिप्टो ने इन्वेस्टर्स का खूब मालामाल किया है. इससे मिल रहे जबर्दस्त मुनाफे से इसके इन्वेस्टर्स की संख्या भी तेजी से बढ़ी है.
भारत दुनिया में सबसे ज्यादा क्रिप्टो निवेशकों का देश है. डिस्कवरी प्लेटफॉर्म ब्रोकरचूजर के मुताबिक यहां 10.07 करोड़ क्रिप्टो ओनर्स हैं. अमेरिका में 2.74 करोड़, रूस में 1.74 करोड़ और नाइजीरिया में 1.30 करोड़ क्रिप्टो ओनर्स हैं.