Coal Crisis: देशभर में कोयला का संकट! क्या आपके यहां भी बत्ती गुल होती है ?
Coal Crisis: दिल्ली समेत देश के तमाम राज्यों में भीषण गर्मी का कहर जारी है। बढ़ती गर्मी के चलते इन दिनों बिजली की मांग भी तेजी से बढ़ी है। जबरदस्त गर्मी को देखते हुए आधे भारत में 3 दिन का येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया गया है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, यूपी और एमपी में गर्मी को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस बीच देशभर के कई राज्य बिजली संकट से जूझ रहे हैं। ज्यादातर प्लांट में एक दिन का कोयला बचा है। इस बीच दिल्ली सरकार ने साफ कर दिया है कि उनकी ओर से किसी भी तरह के पेेमेंट का बकाया नहीं है। कहा जा रहा है कि कोयले की कमी के कारण बिजली उत्पादन पर असर पड़ा है। हालांकि NTPC ने साफ कर दिया है कि पूरी क्षमता के साथ बिजली उत्पादन जारी है।
बत्ती गुल.. गर्मी फुल
दिल्ली समेत पूरे उत्तर और पूर्व भारत में जोरदार गर्मी पड़ रही है। बीते कई साल के रिकॉर्ड ब्रेक हो चुके हैं। ऐसे में बिजली की भारी मांग है। जिसकी पूर्ती करना अपने आप में बड़ा चैलेंज है। ऐसे में दिल्ली समेत तमाम जगह लोगों को दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा है। देश के कई हिस्सों में बीते कुछ दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है। जिसके बाद तापमान में रिकॉर्ड बढ़ोतरी तक दर्ज की गई है। ज्यादातर जगहों पर तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के आस-पास बना हुआ है। दिल्ली में अप्रैल के खत्म होते-होते तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। दिल्ली में 52 साल में दूसरी बार सबसे गर्म रहा। कुछ ऐसा ही हाल गुरुग्राम का रहा, 28 अप्रैल 1979 के 44.8 डिग्री सेल्सियस के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए गुरुग्राम में 45.6 डिग्री सेल्सियस का अब तक का उच्चतम तापमान दर्ज किया गया है।
जबरदस्त गर्मी का ही साइडइफेक्ट्स देखने को मिल रहा है कि देश के कई राज्यों में मांग के मुताबिक बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। डिमांड-सप्लाई का गैप है लिहाजा बिजली संकट देखने को मिल रही है। देश में कोयले से 70 प्रतिशत बिजली का उत्पादन होता है। बिजली संयंत्रों में कोयले का भंडार बीते 9 साल के न्यूनतम स्तर पर है। जिसके कारण लोगों को बिजली की भारी कमी से जूझना पड़ रहा है।
दिल्ली में भी बिजली संकट गहराने की बात कही जा रही है.. गुरुवार को भी दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने इमरजेंसी बैठक की और केंद्र सरकार से समय पर कोयला आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की है। बढ़ती गर्मी और लू का ही यह असर है कि 28 अप्रैल 2022 को देश में बिजली की मांग 204.65 गीगावॉट रही जबकि एक साल पहले यानी 28 अप्रैल 2021 को देश में बिजली की मांग महज 182.56 गीगावॉट थी।
साफ है कि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है। वैसे वैसे बिजली की मांग भी बढ़ रही है। दिक्कत की बात यह है कि तपती-बढ़ती गर्मी से फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। लिहाजा बिजली की मांग भी बढ़ेगी और कोयले की कमी के कारण इस मांग को पूरा करना आसान नहीं होगा।