Acid Attack : नोएडा में एसिड अटैक के खिलाफ कैंडल मार्च, बारिश में लगाए नारे
Candle march against acid attack in Greater Noida West: एसिड अटैक (acid attack) सुनकर ही डर सा लगता है. एसिड अटैक न सिर्फ किसी महिला के चेहरे को खराब कर देता है या उसकी आंखों की रोशनी छीन लेता है लेकिन उसे समाज में दोयम दर्जे (second class) का नागरिक बना देता है. हो सकता है उसकी जान न जाए, पर जिदगी बेहद दर्दनाक होकर रह जाती है.
क्या कहते हैं आंकड़े ?
जिस्म पर लगे घाव तो सबको दिखते हैं लेकिन जहन पर लगे घाव किसी को नजर नहीं आते. आत्मनिर्भर और जिंदादिली से भरपूर एक औरत देखते ही देखते असहाय, दूसरों पर dependent महिला बन जाती है. वह अपने ही चेहरे से समझौता नहीं कर पाती. इस पर कोई आधिकारिक आंकड़ें तो नहीं मिल पाए, लेकिन भारत में भी पिछले एक दशक में एसिड अटैक मामले में बढ़ोतरी हुई है. NCRB की एक रिपोर्ट के मुताबिक 5 साल में 1483 एसिड अटैक के केस सामने आए हैं।
पढ़ें: देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 20,528 नए मामले, इतनों की मौत
कहां किया प्रदर्शन ?
वीडियो देखें :-
https://www.youtube.com/watch?v=YdlzL1JmQFY