यमुना एक्सप्रेसवे बना मौत का अड्डा, हाईवे ले रहा लोगों की जान, अब ऐसे रखी जाएगी निगरानी
Yamuna Expressway Accident: नोएडा के यमुना एक्सप्रेसवे लगातार एक्सीडेंट हो रहे हैं. एक्सीडेंट में लगातार लोगों के मरने की खबरें भी सामने आ रही है. आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) के सर्वे में सामने आया है कि एक्सप्रेसवे पर सबसे ज्यादा एक्सीडेंट रांग साइड चलने, गलत तरीके से ओवर टेक करने, ओवर स्पीड और चालक को झपकी आने के चलते हो रहे हैं. एक्सप्रेसवे पर कई जगह कैमरे भी लगाए गए हैं लेकिन तब भी रांग साइड चलने वाले पकड़ में नहीं आ रहे हैं. इसी को देखते हुए कैमरों की संख्या बढ़ाई जा रही है. वहीं ओवर स्पीड (Over Speed) वाहनों को दौड़ाने वालों को पकड़ने के लिए भी पेट्रोलिंग वाहनों पर स्पीड गन लगाई जा रही हैं.
जानकारी के अनुसार अभी यमुना एक्सप्रेसवे पर तीन स्पीड गन लगी हुई हैं. वाहनों की संख्या को देखते हुए यह नाकाफी साबित हो रही हैं. स्पीड गन की कम संख्या का फायदा उठाकर कार समेत कई बड़े वाहन चालक एक्सप्रेसवे पर अपने वाहनों को ओवर स्पीड दौड़ाते हैं. और जैसे ही स्पीड गन की रेंज में आने वाले होते हैं तो वाहन की रफ्तार को कम कर लेते हैं.
इसी को देखते हुए एक्सप्रेसवे पर अब स्पीड गन की संख्या तीन से 15 की जा रही है. अब ज्यादातर स्पीड गन एक्सप्रेसवे पर पेट्रोलिंग करने वाले वाहनों पर लगाई जाएंगी. वहीं रांग साइड चलने वाले वाहनों पर भी नजर रखने के लिए कैमरों की संख्या 36 से 48 की जा रही है.