विधायक पति से मंत्री पत्नी क्यों हो रही है अलग? यूपी की राजनीति की सबसे दिलचस्प स्टोरी
नवनिर्वाचित विधायक दयाशंकर और पूर्व मंत्री स्वाति सिंह का विवाद काफी समय से चल रहा है। कई बार दोनों का विवाद सुर्खियों में रह चुका है। स्वाति सिंह ने पति दयाशंकर से तलाक लेने के लिए फैमिली कोर्ट में अर्जी दी है। फैमिली कोर्ट की एडिशनल प्रिंसिपल जज ने ऑर्डर रिजर्व किया है। मामले की सुनवाई 5 मई को होगी।
2018 में भी तलाक की अर्जी दी थी
पूर्व मंत्री स्वाति सिंह ने 2018 में भी फैमिली कोर्ट में तलाक की अर्जी दी थी। लेकिन दोनों ही सुनवाई के समय कोर्ट नहीं पहुंचे उसके बाद केस बंद कर दिया गया था।
अब स्वाति सिंह ने दोबारा केस खुलवाया। स्वाति सिंह की अर्जी पर एडिशनल प्रिंसिपल जज फैमिली कोर्ट श्रुति श्रीवास्तव ने ऑर्डर रिजर्व किया
आपको बता दें चुनाव से ठीक पहले स्वाति सिंह का एक ऑडियो वायरल हुआ था। जिसके बाद दयाशंकर और स्वाति सिंह के बीच विवाद चर्चाओं में आ गया था। दोनों की एक ही सीट से टिकट की मांग कर रहे थे।
दोनों के रिश्तों में 2017 से ही मन-मुटाव चल रहा है लेकिन स्वाति सिंह के मंत्री बनने के बाद ये मामला शांत हो गया था। लेकिन अब स्वाति सिंह फिर कोर्ट पहुंचीं हैं।
2017 चुनाव से पहले स्वाति की हुई थी एंट्री
आपको बता दें दयाशंकर ने मायावती के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी जिसके बाद BSP ने दयाशंकर को निष्कासित कर दिया था। उसके बाद BSP के नेताओं ने स्वाति सिंह के खिलाफ अपशब्द कहे थे। जिसके बाद स्वाति सिंह बैकफुट पर आ गई। स्वाति सिंह का ये अंदाज देखकर बीजेपी ने उनको प्रदेश महिला मोर्चा का अध्यक्ष बना दिया था।
उसके बाद स्वाति सिंह को सरोजनीनगर सीट से प्रत्याशी बनाया। स्वाति सिंह ने ये चुनाव बड़े अंतर से जीता था। उसके बाद बीजेपी ने उन्हें मंत्री बना दिया था। लेकिन 2022 में बीजेपी ने स्वाति सिंह को टिकट नहीं दिया।