Authority Took Action: पानी के बकायेदार बिल्डरों पर होगी कार्रवाई, प्राधिकरण ने अपनाया सख्त रुख
Authority Took Action: नोएडा प्राधिकरण से बड़ी अपडेट है। प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने पानी के बकायेदार बिल्डरों पर कड़ा एक्शन लेने की तैयारी करली है। उन्होंने हाल ही में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें जल आपूर्ति और राजस्व वसूली जैसे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में सीईओ ने विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति का जायजा लिया।
क्या है पूरा मामला
बतादें, नोएडा प्राधिकरण (Authority Took Action) सीईओ लोकेश एम. ने एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें जल आपूर्ति और राजस्व वसूली जैसे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में सीईओ ने विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति का जायजा लिया। इस बैठक में जल विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। सीईओ ने कहा, “हमारा लक्ष्य नोएडा के निवासियों को गुणवत्तापूर्ण जल आपूर्ति सुनिश्चित करना है। साथ ही, राजस्व वसूली में सुधार करके विकास कार्यों को गति देना भी हमारी प्राथमिकता है।”
79.05 करोड़ रुपये की वसूली
नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि जल राजस्व वसूली पर विशेष ध्यान दिया गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 में 150 करोड़ रुपये के लक्ष्य के मुकाबले अब तक 79.05 करोड़ रुपये की वसूली हो चुकी है। शीर्ष 10 बकायेदारों से वसूली के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। इनमें पराग डेयरी, एसडीएस इंफ्राटेक, लॉजिक्स सिटी डेवलपर्स जैसी कंपनियां शामिल हैं। यह जानकारी समाचार पत्रों में भी प्रकाशित कराई जाएगी।
गंगाजल की आपूर्ति पर दिया जोर
नोएडा प्राधिकरण के अफसर ने कहा कि गंगाजल की आपूर्ति बढ़ाने पर भी जोर दिया गया। वर्तमान में चार रैनी वेल्स के माध्यम से लगभग 40 सेक्टरों में गंगाजल मिश्रित जलापूर्ति की जा रही है। दो और रैनी वेल्स को दिसंबर 2024 तक चालू करने का लक्ष्य रखा गया है, जिससे 22 और सेक्टरों में गंगाजल पहुंचेगा। 37.50 क्यूसेक गंगाजल परियोजना के शेष कार्यों को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया गया। साथ ही, उच्च टीडीएस वाले ट्यूबवेलों को तत्काल बंद करने को कहा गया।
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जल प्रदूषण को लेकर जताई चिंता
सीईओ की ओर से स्मार्ट वाटर मीटर के संबंध में अधिकारियों को प्रत्येक सेक्टर की आरडब्ल्यूए के साथ बैठक कर भविष्य में मीटर लगाने और दर निर्धारण के बारे में जानकारी देने को कहा गया। जल प्रदूषण पर भी चिंता व्यक्त की गई। कोंडली ड्रेन में मिलने वाली 24 ड्रेनों में बह रहे ग्रे/ब्लैक वाटर के मद्देनजर मुख्य नाले का निरीक्षण करने और NEERI की रिपोर्ट के अनुसार शोधन प्रणाली विकसित करने का निर्देश दिया गया। NSEZ के वेटलैंड के रखरखाव का निरीक्षण आगामी सप्ताह में करने का निर्णय लिया गया।