Dog Issues in Society: आवारा कुत्तों का आतंक, हाथ डंडा लेकर घर से बाहर निकलने को मजबूर हैं लोग
Dog Issues in Society: आवारा कुत्तों के हमले की घटनाओं से पूरा देश परेशान है, क्योंकि आय दिन आवारा कुत्ते मासूम लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। लेकिन ग्रेटर नोएडा वेस्ट की एक सोसाइटी के लोगों में आवारा कुत्तों का खौफ इस कदर है, की उन्हें बाहर हाथ में डंडा लेकर जाना पड़ता है। क्योंकि लोगों को डर है की पता नही कब किस तरफ से आकर उन पर कोई आवारा कुत्ता हमला कर बैठे। लोगों का आरोप है कि बार-बार शिकायत के बाद भी एओए समस्या का समाधान नहीं करा पा रही है। एओए इसे प्राधिकरण की जिम्मेदारी बता रही है। चेतावनी दी गई है कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो फिर एओए और प्राधिकरण के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा।
क्या है पूरा मामला
बतादें, ग्रेनो वेस्ट की पंचशील ग्रींस वन सोसाइटी में लावारिस कुत्तों की संख्या बढ़ने से निवासियों में खौफ है। सुबह-शाम के समय टहलने के दौरान निवासी हाथ में डंडा लेकर चलने को मजबूर हैं। आरोप है कि मेंटेनेंस टीम लावारिस कुत्तों को सोसाइटी में आने से रोक नहीं रही है। तादाद बढ़ने पर कुत्ते लोगों पर हमला कर रहे हैं। निवासियों ने चेतावनी दी है कि अगर लावारिस कुत्तों से निजात नहीं दिलाई तो फिर एओए और प्राधिकरण के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा।
लावारिस कुत्तों की संख्या बढ़ती जा रही
निवासियों का कहना है कि सोसाइटी के लावारिस कुत्तों की संख्या बढ़ती जा रही थी। पिछली एओए ने लावारिस कुत्तों की नसबंदी कराई थी, लेकिन अब ऐसा नहीं कराया गया है। इस कारण संख्या बढ़ रही है। साथ ही बाहर के लावारिस कुत्तों भी सोसाइटी के अंदर आ जाते हैं। सुरक्षाकर्मी उनको रोक नहीं पा रहे हैं। इस कारण लावारिस कुत्तें आपस में लड़ रहे हैं। रात के समय कुत्तों के भौंकने से निवासी सो नहीं पा रहे हैं। लावारिस कुत्ते लगातार निवासियों पर हमला कर रहे हैं। इस कारण निवासी अब हाथ में डंडा लेकर सुबह और शाम के समय टहलने निकल रहे हैं। बच्चों को अकेले बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं।
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एओए और प्राधिकरण के खिलाफ किया जायेगा प्रदर्शन
निवासियों का आरोप है कि बार-बार शिकायत के बाद भी एओए समस्या का समाधान नहीं करा पा रही है। एओए प्राधिकरण की जिम्मेदारी बता रही है। चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो फिर एओए और प्राधिकरण के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा। क्योंकि सोसाइटी में लावारिस कुत्तों की संख्या बढ़ रही है। नसबंदी के लिए प्राधिकरण को कई बार ई-मेल किया गया, लेकिन हर बार प्राधिकरण एजेंसी का चयन नहीं होने का रोना रो देता है।