War: हमले के 4 दिन बाद एक्शन में 4 मंत्री, मोहक की पुकार.. सुनो सरकार
रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच जंग खत्म करने के लिए बातचीत का मंच तैयार हो चुका है। इस बातचीत के लिए यूक्रेन का प्रतिनिधिमंडल बेलारूस (Belarus) पहुंच चुका है। एक तरफ हालात सामान्य बनाने की कोशिश है वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार भी एक्शन नजर आ रही है । यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए मोदी सरकार अपने 4 खास मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजने जा रही है। इस नए प्लान के मुताबिक किरण रिजिजू, अनुराग ठाकुर जैसे मंत्री यूक्रेन के पड़ोसी देश पहुंचेंगे। और वहां से भारतीय मूल के लोगों को वापस देश लेकर के आने की कोशिश करेंगे।
इस बीच दिल्ली के रोहिणी इलाके के मोहक शर्मा भी बीते कुछ दिनों से यूक्रेन के खरकीव में फंसे हुए हैं।
मोहक शर्मा, यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र
मोहक खरकीव मेडिकल कॉलेज के थर्ड ईयर के स्टूडेंट हैं। मोहक रूस हमले के बीच वहां कुछ साथियों के साथ युक्रेन की राजधानी कीव में फंस गए हैं। हालात ऐसे हैं कि उन्हें बंकर में रहकर जिंदगी गुजारनी पड़ रही है । खाने का सामान करीब-करीब खत्म हो चुका है। ऐसे में माइनस टेंपरेचर में वह और उनके साथी खुद को किसी तरीके से बचाने में जुटे हुए हैं।
मोहक के पिता मुनिश शर्मा दिल्ली के रोहिणी में रहते हैं। रूस के हमले के बाद से वह अपने बेटे के लिए बेहद परेशान हैं। सबसे बड़ी चिंता की बात रूसी हमले के बीच जान बचाने का है, समस्या यह भी है कि विदेश में कोई और जगह नहीं है जहां मुनीश सुरक्षित रह सकें। उनकी सारी उम्मीद है मोदी सरकार पर जाकर टिक गई है। मुनिश कहते हैं कि मोदी सरकार ही उनकी आखिरी आस है, सरकार पर ही सब कुछ निर्भर करता है वह किस तरीके से उनके बच्चों को वापस भारत लेकर के आती है।
इस बीच सरकार के एक्शन के बाद अब एयरलाइंस कंपनियां भी पूरी मुस्तैदी से तैयार हैं। एयरइंडिया के बाद अब स्पाइसजेट भी भारतीय को यूक्रेन से निकालने में मदद करेगी। इसके लिए स्पाइसजेट ने जर्मनी को चुना है। स्पाइसेट हंगरी (Budapest) के लिए स्पेशल फ्लाइट चलाएगी। इन स्पेशल फ्लाइट के लिए Boeing 737 का इस्तेमाल किया जाएगा। इस बीच यूक्रेन से एक और ट्रेन लोगों को लेकर हंगरी के Zahony पहुंची है। इसमें कई भारतीय छात्र भी शामिल हैं।