Health Benefits: मक्के दी रोटी ते सरसों दा साग खाने से शरीर बनेगा चुस्त दुरुस्त…आइए जानें क्या हैं फायदे…
Health Benefits: सरसों का साग और मक्के की रोटी खाना किसे पसंद नहीं होगा। सर्दियों के आते ही इसके खाने की डिमांड बढ़ जाती है। स्वाद के साथ-साथ यह स्वास्थ्य (Health Benefits)के लिए भी उतना ही फायदेमंद है। सरसों का साग सिर्फ पेट नहीं भरता, बल्कि आपके वेट को भी कंट्रोल रखता है। इसके अलावा और भी कई तरह के फायदे है जिनसे आपका शरीर चुस्त दुरुस्त बनता है।
आइए जानें क्या हैं फायदे…
सर्दियां आते ही बाजार में हरी-भरी सब्जियां मिलने लग जाती है। गोभी, टमाटर, मटर, पालक और सरसों के साग से बाजार भरे होते हैं। सर्दियों में खाना आसानी से पच जाता है, इसलिए लोग जी भर खाते हैं। सर्दियां आएं और थाली में सरसों का साग और मक्के की रोटी न हो, तो फिर ठंड का मजा अधूरा रह जाता है। गरमा-गरम मक्के दी रोटी ते सरसों दा साग…देखते ही मुंह में पानी आ जाए।
सर्दियों में मिलने वाले इस साग का जादू हर किसी की जुबान पर चढ़कर बोलता है। स्वाद के साथ-साथ यह साग स्वास्थ्य ( Health Benefits)के लिए भी उतना ही फायदेमंद है। सरसों का साग केवल स्वाद में ही शानदार नहीं होता है बल्कि इसके कई तरह के हेल्थ बेनिफिट्स भी होते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि सरसों का साग वेट लॉस में हेल्प करता है। सरसों के साग के इस हेल्थ बेनिफिट्स को जानने के बाद आप पेट भर-मन भरकर इसे खा सकते हैं।
सरसों का साग और मक्के की रोटी, दोनों ही गर्म होते हैं। सर्दियों में इसे खाने से शरीर गर्म हो जाता है, जिससे ठंड का अहसास कम होता है। सरसों के साग और मक्के की रोटी का कॉम्बिनेशन स्वाद के साथ-साथ हेल्थ के हिसाब से भी अच्छा है।
सर्दी के मौसम में यह शरीर को गर्म रखने में मदद करता गै। इस डिश में ऐसे कई न्यूट्रिएंट्स होते हैं जो कई हेल्थ प्रॉब्लम से बचाने में मदद करते हैं। सरसों के साग में ग्लूकोसिनोलेट्स होता है। इसमें फाइबर, विटामिन और आयरन, फोलिक एसिड, कैल्शियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम जैसे पोषक तव्त होते हैं। सरसों के साग को पोषक तत्वों का पावरहाउस कहा जाता है। यह कई मौसमी बीमारियों से लड़ने की ताकत प्रदान करता है।
मोटापा कम करने में मददगार
सरसों का साग और मक्के की रोटी पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है। वहीं फाइबर की मात्रा भी भरपूर पाई जाती है। यही कारण है कि इसे खाने से पेट काफी देर तक भरा महसूस होता है। सरसों का साग खाने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है।
वेट लॉस से दिलाए छुटकारा
वेट लॉस में सरसों का साग का सेवन फायदेमंद होता है। मेटाबॉलिज्म को बढ़ा कर यह वजन कम करने में मदद करता है। चूंकि सर्दियों में लोग थोड़ा सुस्त हो जाते हैं, जिसकी वजह से मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है, लेकिन सरसों का साग आपके मेटाबॉलिज्म को बनाए रखने में आपकी मददगार होता है।
सरसों के साग में विटामिन-ए आंखों की रोशनी को तेज करने में मददगार होते हैं। इसके अलावा यह पेट से जुड़ी दिक्कतों को कम करने में मदद करता है। पाचन की समस्या के लिए सरसों का साग एक बेहतरीन विकल्प माना जाता है।
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एनर्जी से भरपूर
कड़ाके की ठंड और सर्दी में सरसों का साग शरीर में एनर्जी लेवल को बनाए रखने में मददगार होता है। सरसों के साग में फाइबर विटामिन, आयरन, कैल्शियम, फास्फोरस और मैग्नीशियम जैसे तत्व होते हैं, जो काफी फायदेमंद माने जाते हैं।इसमें मौजूद पोषक तत्वों की वजह से इसे एनर्जी का पावर हाउस कहते हैं। सरसों के साग में मौजूद विटामिन ए, सी, बी, मिनरल, प्रोटीन शरीर को एनर्जी से भरपूर रखते हैं।
हड्डियों को बनाता है मजबूत
इसमें एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो दिल को हेल्दी रखने में मदद करता है। सरसों के साग में कैल्शियम और पोटेशियम भरपूर मात्रा में होता है, जो हड्डियों को मजबूत रखता है ।
ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मददगार
सरसों के साग में मौजूद फास्फोरस और मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में मदद करता है। अगर आप बीपी के मरीज हैं तो सर्दियों के मौसम में अपने खाने में सरसों के साग को शामिल करें। यह साग स्वाद के साथ-साथ आपके सेहत को भी दुरुस्त रखने में मदद करता है।