Supertch Romano Meter Issue : सुपरटेक बिल्डर के शह पर मेंटेनेंस एजेंसी वायजी एस्टेट की ‘बदमाशी’, रेजिडेंट्स की फ्लैटों की लाइट काटी
Supertch Romano Meter Issue : नोएडा-ग्रेटर नोएडा के हाईराइज अपार्टमेंट में लोग घर तो ले लेते हैं लेकिन बिल्डर और उसकी मेंटेनेंस एजेंसी की जकड़न से निकल नहीं पाते. एक तरफ लोग इन एजेंसियों की जकड़न में रहते हैं वहीं दूसरी ओर उसकी बदमाशियों से भी परेशान रहते हैं. ऐसा ही एक हैरान कर देने वाला मामला नोएडा के पॉश सोसाइटी सुपरटेक रोमानो से सामने आया है यहां आरोप है कि बिल्डर सुपरटेक और उसकी स्पेशल मेंटेनेंस एजेंसी वाय जी एस्टेट जानबूझकर लोगों को परेशान कर रही है इतना ही नहीं रेजिडेंट्स के घरों का बिजली काटकर उन पर दबाव भी बना रही है।
क्या है पूरा मामला
रेजिडेंट्स की बत्ती गुल कर दवाब बनाने वाली ये गंभीर घटना नोएडा के सेक्टर 118 (Sector 118 Noida) स्थित सुपरटेक रोमानो (Supertech Romano) स्थित सोसाइटी की है. सोसाइटी में रहने वाले लोगों का आरोप है कि बिल्डर सुपरटेक के शह पर मेंटेनेंस एजेंसी वायजी एस्टेट (YG Estate) लोगों को परेशान करने में जुटी है. जानबूझकर लोगों को निशाना बना रही है उनके घरों की बिजली काट (Supertch Romano Meter Issue) कर परेशान कर रही है.
रेजिडेंट्स के आरोप
सोसाइटी में रहने वाले रेजिडेंट्स का कहना है कि पजेशन के साथ ही मेंटेनेंस एजेंसी वायजी एस्टेट लोगों को परेशान करने और पैसे वसूली में लगी है. आरोप है कि प्रीपेड मीटर से कैम (मेंटेनेंस चार्ज) वसूलने में जुटी वायजी एस्टेट ने रेजिडेंट्स के साथ मीटिंग कर इस पर फैसला लेने की बात कही थी लेकिन अब वायजी एस्टेट ने अचानक से इस तरह का फैसला लिया. लोगों का आरोप है कि वायजी एस्टेट सुपरटेक के लिए पैसा वसूलने वाली एक एजेंसी मात्र है उसे रेजिडेंट्स की सुख सुविधाओं से कुछ भी लेना देना नही है.
रेजिडेंट्स ने की शिकायत
सोसाइटी में रहने वाले लोग मेंटेनेंस एजेंसी वायजी एस्टेट से बेहद परेशान हैं. लोगों का कहना है कि सोसाइटी के अंदर कोई सुविधा नहीं है. सोसाइटी बनकर भी पूरी तरह से तैयार नहीं हुई है. इस बीच वायजी एस्टेट रेजिडेंट्स के पॉकेट पर हाथ साफ करने में लगी है. प्रीपेड मीटर लगाकर वायजी एस्टेट कैम (मेंटेनेंस चार्ज) वसूल करने के फिराक में है. https://gulynews.com से EXCLUSIVE बात करते हुए बताया कि मेंटेनेंस एजेंसी वायजी एस्टेट ने इस संबंध में लोगों को इलेक्ट्रानिक मैसेज भी भेजा है. हालांकि एस्टेट ने अपनी ओर से चालाकी दिखाते हुए इसमें प्रीपेड मीटर से कैम वसूलने की बात नहीं लिखी है.
डीएम ऑफिस पहुंचा मामला
सुपरटेक रोमानो में रहने वाले रेजिडेंट्स मेंटेनेंस एजेंसी वायजी एस्टेट से बेहद खफा हैं. नाराजगी दिखाते हुए लोगों ने सेक्टर 113 पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है. इसके साथ ही लोगों ने एक शिकायती पत्र डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के दफ्तर में भी दिया है. इस चिट्ठी में इस लोगों ने साफ तौर पर लिखा है कि बिना सुविधा दिए सुपरटेक बिल्डर लोगों से मेंटेनेंस लेना चाहता है. https://gulynews.com से सोसाइटी में रहने वाले रोहित नवानी, अंकुर भारद्वाज, मोहित जौहरी और लोकेंद्र राठौर ने रेजिडेंट्स का पक्ष रखा.
मामले पर वायजी एस्टेट ने साधी चुप्पी
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि रजिडेंट्स की शिकायत पर पुलिस भी मौके पर पहुंची थी. https://gulynews.com ने भी सोसाइटी के मेंटेनेंस हेड नमित माथुर से बात करने की कोशिश की. लेकिन नमित माथुर किसी भी तरह की बात करने से बचते नजर आए. मोबाइल फोन पर वेटिंग कॉल आने का बहाना कर फोन कट कर दिया. बाद में भी इनसे जब बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन पिक नहीं किया.
क्या कहता है कानून
गली न्यूज ने इस बारे में एक्सपर्ट से बात की, एक्सपर्ट डीके सिंह ने बताया कि प्रीपेड मीटर से किसी तरह के मेंटेनेंस चार्ज वसूलना कानूनन गलत है. इतना ही नहीं उन्होंने रेरा का जिक्र करते हुए कहा कि जब तक बिल्डिंग की ओसी/सीसी नहीं आ जाती तबतक बिल्डर मेंटेनेंस चार्ज नहीं वसूल सककता.
रेजिडेंट्स जिस तरह का आरोप लगा रहे हैं और नमित का जैसा रवैया दिखा उससे साफ है कि दाल में कही न कहीं कुछ काला है और रेजिडेंट्स के आरोपों में दम है. फ्लैटों की बत्ती गुल होने से सबसे ज्यादा परेशानी बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं को उठाना पड़ रहा है. किसी के घर में बच्चे बीमार हैं तो किसी घर में बुजुर्ग, ऐसे में वायजी एस्टेट के मनमाने फैसले से लोगों को गंभीर परेशानी से जूझना पड़ रहा है.