Paras Tiera Lift Case: मेंटेनेंस टीम समेत AOA सदस्यों पर दर्ज किया गया केस, जानिए पूरा अपडेट
Paras Tiera Lift Case: नोएडा के सेक्टर-137 की पारस टिएरा सोसायटी (Paras Tierea Society) में गुरुवार शाम लिफ्ट की चेन गिरने से एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिस ने एओए (अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन) और मेंटेनेंस टीम के आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. इससे पहले सोसायटी के लोगों ने एओए और मेंटेनेंस टीम के खिलाफ प्रदर्शन किया था.
क्या है मामला ?
दरअसल, नोएडा के सेक्टर-137 स्थित पारस टीएरा सोसायटी में गुरुवार शाम को छह बजे टॉवर-24 की एक लिफ्ट अचानक नीचे गिर (Lift falls in noida) गई थी. लिफ्ट की चेन टूटने की वजह से यह हादसा हुआ था. इसमें 72 साल की बुजुर्ग महिला (Paras Tiera Lift Case) की मौत हो गई थी. महिला करीब एक घंटे तक लिफ्ट में फंसी थी. इस वजह से उसकी तड़प-तड़पकर मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही सोसायटी के लोगों ने मेंटेनेंस को टीम को इसकी सूचना दी. इसके बाद मेंटेनेंस टीम ने बुजुर्ग महिला को किसी तरह से बाहर निकाला. परिजन आनन-फानन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे. वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
AOA के खिलाफ प्रदर्शन
उधर सोसायटी के लोगों ने एओए और मेंटेनेंस टीम के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया. इसके बाद पुलिस ने पीड़ित परिवार की शिकायत पर एओए और और मेंटेनेंस टीम सहित आठ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और जांच शुरू की.
इन आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज
पीड़ित परिवार ने महिला की मौत के लिए मेंटिनेंस कंपनी के डायरेक्टर अजय सिंह शेखावत, संतोष कुमार, फैसिलिटी मैनेजर मोनिका शर्मा, एओए प्रेजिडेंट रमेश गौतम, वाइस प्रेजिडेंट अनंग पाल चौहान, जनरल सेक्रेटरी सुखपाल सिंह राना, नीतू सलार और लिफ्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी को जिम्मेदार ठहराते हुए केस दर्ज किया है. फिलहाल हादसे वाली लिफ्ट को कवर कर बंद कर दिया गया है. हंगामे के बाद टावर-24 के बाहर दो पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है.
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पुलिस को दी शिकायत में मृतक सुशीला देवी (72) के बेटे दिवेश कुमार ने बताया कि उनकी मां टावर-24 स्थित अपने फ्लैट नंबर 803 से गुरुवार शाम करीब 4:15 बजे फ्लैट नंबर-202 में जाने के लिए निकली थीं. करीब 15 मिनट बाद दिवेश के पिता फ्लैट नंबर-202 में पहुंचे, वहां उनकी मां नहीं मिलीं. पिता ने मां के नंबर पर कॉल किया तो कोई जवाब नहीं मिला. कई बार फोन करने के बाद वह ग्राउंड फ्लोर पर पहुंचे और गार्ड से मां के बारे में पूछा. गार्ड ने भी उन्हें नहीं देखने की बात कही. इसके बाद पिता अपने फ्लैट में आ गए. दिवेश ने बताया कि उन्होंने भी मां के नंबर पर कॉल किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद दिवेश अपनी पत्नी के साथ मां की तलाश में निकले. गार्ड से लिफ्ट का सीसीटीवी कैमरा चेक कराने के लिए कहा जो नहीं कराया गया. इसके बाद पार्क और सोसायटी के बेसमेंट 1 और 2 में मां की तलाश की. लेकिन वहां भी नहीं मिलीं. लॉबी लिफ्ट का दरवाजा खुलवाकर देखने पर पता चला कि 24 मंजिल के टावर में लिफ्ट 25वीं मंजिल पर अटकी है. सीढ़ी से ऊपर जाने के बाद टूल किट से लिफ्ट नहीं खुली. इसके बाद लिफ्टमैन ने लिफ्ट की छत में लगे पंखे को खोलकर अंदर गया. लिफ्ट में सुशीला देवी बेहोशी की हालत में मिलीं. उनके हाथ और सिर पर चोट के निशान थे. बेसमेंट में जाकर चेक करने पर लिफ्ट की चेन टूटी मिली. सुशीला देवी के लिफ्ट में फंसने के करीब 2 घंटे बाद उन्हें निकाला जा सका.