Supertech RK Arora Custody: सुपरटेक ग्रुप को राहत नहीं आफत, 13 जुलाई का दिन बेहद अहम
Supertech RK Arora Custody: सुपरटेक ग्रुप की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. प्रवर्तन निदेशालय की गिरफ्त में आए सुपरटेक ग्रुप के चेयरमैन के लिए एक बार फिर मुसीबत वाली खबर सामने आई है. क्योंकि अब अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय के रिमांड के बाद आरके अरोड़ा के न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
क्या है पूरा मामला
प्रवर्तन निदेशालय की रिमांड अवधि खत्म होने के बाद सोमवार को आरके अरोड़ा को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ( Money Laundry Case) दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया था. जहां से अदालत ने सुपरटेक ग्रुप के चेयरमैन आरके अरोड़ा को 24 जुलाई तक न्यायिक हिरासत (Supertech Rk Arora Custody) में भेज दिया. यानी अभी भी आरके अरोड़ा को जेल में ही रहना पड़ेगा.
13 जुलाई की तारीख बेहद अहम
प्रवर्तन निदेशालय की गिरफ्तारी पर आरके अरोड़ा की ओर से सवाल खड़े किए गए हैं. इस मामले में उनकी ओर से एक याचिका कोर्ट में दाखिल की गई है. जिस पर 13 जुलाई को सुनवाई होगी. प्रवर्तन निदेशालय की ओर से इस याचिका पर जवाब दाखिल कर दिया गया है लेकिन अभी सुनवाई लंबित है. इस मामले में 13 जुलाई की दोपहर 2 बजे सुनवाई होगी. पिछली सुनवाई में अदालत ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि मामले में तथ्यों और परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए और पूरी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए आरोपी राम किशोर अरोड़ा की रिमांड जरुरी है.
क्या है आरोप
सुपरटेक ग्रुप के चेयरमैन आरके अरोड़ा पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं। आसान भाषा में कहें तो आरके अरोड़ा पर रुपयों के हेरफेर करने के आरोप लगे हैं। बता दें कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और दिल्ली के सैकड़ों फ़्लैट खरीदारों ने सुपरटेक समूह की कंपनियों के ख़िलाफ़ मुक़दमे दर्ज करवाए हैं। फ़्लैट खरीदारों की गाढ़ी कमाई के रुपयों को अरोड़ा ने हेर फेर कर इधर से उधर किया है. आरके अरोड़ा और सुपरटेक के खिलाफ के खिलाफ दर्ज एफआईआर में धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है. इसी साल अप्रैल में ईडी ने सुपरटेक और उसके निदेशकों की 40 करोड़ से अधिक की संपत्तियां जब्त की थी. ईडी के अनुसार इन्होंने फ्लैट खरीदारों की राशि के आधार पर बैंक से लोन लिए और बाद में राशि गबन कर गए.
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