UP के ग्रेटर नोएडा में एक सनसनीख़ेज़ मामला सामना आया है । पति को वीडिया कॉल के बाद पत्नी ने दी जान
Greater-Noida latest suicide:ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर थाना क्षेत्र में जीटा वन की एक सोसाइटी में महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। महिला ने सुसाइड सेपहले अपने पति को वीडियो कॉल किया ।उसने कहा कि मैं दुनिया से जा रही हूं, बच्चों का ख्याल रखना। इसके बाद उसने फोन काटदिया और फंदा लगाकर जान दे दी। शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
नोएडा के जीटा वन सेक्टर के एस प्लेटिनम सोसाइटी का है। रिया (30) नाम की महिला अपने पति अंश कुमार और दो बच्चों के साथ रहती है। अंश कानपुर में सिविल इंजीनियर हैं। रिया ने पति अंश को वीडियो कॉल की। कहा मैं दुनिया से जा रही हूं, बच्चों का ख्याल रखना। पति ने उसको काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन उसने पति की बिल्कुल नहीं सुनी। फोन कटने के बाद पति ने सोसाइटी के मेंटेनेंस विभाग को कॉल की। लेकिन फोन नहीं उठा। इसके बाद अंश ने सोसाइटी के अन्य लोगों को कॉल किया। सोसाइटी के कुछ लोग इकट्ठा होकर पहुंचे तो देखा दरवाजा अंदर से बंद था और घंटी बजाने पर भी कोई बाहर नहीं निकला । फ़ौरन उसने 112 पर सूचना दी।
जिसके बाद सूरजपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दरवाजे का लॉक तोड़ा। अंदर रिया फंदे से लटक रही थी। आनन–फानन में महिला को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पति अंश कुमार ने बताया कि उनकी पत्नी पतले होने की दवा खा रही थी। वह डिप्रेशन का भी शिकार थी। वहीं सोसायटी के लोगों ने बताया कि वह स्लिम होने की हर्बल दवा खा रही थी। हालांकि वह बहुत मोटी नहीं थी। पत्नी का वीडियो कॉल कटने के बाद पति ने कईबार कॉल की, लेकिन फोन नहीं उठा। फिर नॉर्मल कॉल भी की, लेकिन उसके बावजूद भी पत्नी ने फोन नहीं उठाया। जिसके बाद पति ने सोसायटी के अन्य लोगों को कॉल करके घर जाने के लिए कहा
सूरजपुर थाना प्रभारी अवधेश प्रताप सिंह ने बताया कि महिला ने दुपट्टे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड से पहले उसने पति को वीडियो कॉल की थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हैंगिंग आयी है। अभी परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी है। जांच की जा रहीहै।
ऐसा कहते हैं कि बहुत से लोग मोटे या पतले होने पर अवसाद में आ जाते हैं। मनोवैज्ञानिक भाषा में इसे बॉडी शेमिंग डिसऑर्डर कहा जाता है। इस डिसऑर्डर में व्यक्ति को अपराध बोध और शर्म महसूस होती है।बीमारी में व्यक्ति बुरी तरह से अवसाद का शिकार हो जाता है। वह बार–बार तुलना करता है कि अन्य लोगों से वह बहुत खराब दिखताहै। वह सोचता है कि शारीरिक बनावट समाज में स्वीकार्य नहीं है। उसे उचित स्थान नहीं मिलता। ऐसी भावना से ग्रसित होने के बाद धीरे–धीरे अवसाद में चला जाता है। सही समय पर बॉडी शेमिंग के लिए मनोवैज्ञानिक या मनोचिकित्सकीय मदद न मिलने पर व्यक्ति आत्महत्या जैसा कदम भी उठा लेता है।