फ्लैट खरीददारों का सपना टूटने से कौन रोकेगा ?
हर इंसान का सपना होता है अपना घर । हर कोई चाहता है कि वो अपने परिवार को अच्छी लाइफ स्टाइल दे सके। अच्छा घर दे सके। खुद का घर ले सके। इसके लिए वो दिन-रात मेहनत करता है। लोन लेता है। अपनी सारी सेविंग्स खत्म कर देता है। अब कौन समझे उन लोगों का दर्द जिन्होंने घर खरीदने के लिए लाखों खर्च कर दिए। बिल्डरों के हेर-फेर से 3 लाख खरीददार परेशानी से गुजर रहे हैं। कौन सुने उनकी परेशानी। कौन उनकी समस्या का हल करेगा?
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नोएडा में बिल्डरों की हेरा-फेरी के कारण करीब 3 लाख फ्लैट खरीददार ठगी का शिकार हो गए हैं। 8-10 साल से खरीददार इंतजार ही कर रहे हैं कि कब उनको खुद का घर मिलेगा। सुपरटेक से पहले यूनिटेक, आम्रपाली, लॉजिक्स, जेपी के मामले भी दिवालिया घोषित हो चुके हैं। 2 लाख खरीददार ऐसे फंसे हुए हैं। जिनके मामले एनसीएलटी और सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। बिल्डर प्रोजेक्ट्स में फंसे हुए हैं करीब 2 लाख फ्लैट खरीददार। एक लाख फ्लैट खरीददार रेरा और अन्य कोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
ऐसे में फ्लैट खरीददारों को IRP के समक्ष मामला दर्ज करवाना चाहिए। माना जा रहा है कि इसके लिए जल्द ही तारीख की घोषणा की जाएगी और किसी भी वेबसाइट पर ऑनलाइन विकल्प उपलब्ध होगा।
वहीं फ्लैट खरीददारों ने पैरामाउंट बिल्डर कंपनी के खिलाफ नारेबाजी की। खरीददारों का आरोप है बिल्डर ने पूरे पैसे ले लिए फिर भी फ्लैटों की रजिस्ट्री नहीं हुई। ग्रेटर नोएडा में फ्लैट लेने वाले करीब 300 निवेशकों की रजिस्ट्री न कराने का आरोप।
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