November 22, 2024, 5:59 pm

महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में 5281 नए कोरोना केस, मंकीपॉक्स को लेकर भी WHO ने कहीं यह जरूरी बातें

Written By: गली न्यूज

Published On: Friday June 24, 2022

महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में 5281 नए कोरोना केस, मंकीपॉक्स को लेकर भी WHO ने कहीं यह जरूरी बातें

Maharashtra Corona Update: देशभर में कोरोना (corona) के केस बढ़ने लगे हैं. वहीं, महाराष्ट्र में गुरुवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 5,218 नए मामले सामने आए, जबकि एक और मरीज की मौत हो गई. इससे राज्य में कोविड-19 से अब तक संक्रमित हो चुके मरीजों की संख्या बढ़कर 79,50,240 पर पहुंच गई और मृतकों का कुल आंकड़ा 1,47,893 हो गया. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.

रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,479 नए मरीजों  की पहचान हुई. इसमें बताया गया है कि राज्य में बुधवार के मुकाबले गुरुवार को 60 फीसदी ज्यादा मामले सामने आए. बुधवार को महाराष्ट्र में कोविड-19 के 3,260 नए मामले व तीन और मौतें दर्ज की गई थी. सबसे ज्यादा 13,614 मामले मुंबई में रिकॉर्ड किए गए थे. पड़ोसी ठाणे जिले में 5,488 और पुणे में 2,443 मरीज संक्रमित मिले थे.

रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार शाम के बाद से 4,989 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं, जिससे वायरस से अब तक उबर चुके लोगों की संख्या बढ़कर 77,77,480 पर पहुंच गई. महाराष्ट्र में मरीजों के ठीक होने की दर 97.83 फीसदी है. वहीं, राज्य में कोविड मृत्यु दर 1.86 फीसदी आंकी गई है. इसमें बताया गया है कि गुरुवार को सर्वाधिक 4,166 मामले मुंबई सर्किल में दर्ज किए गए, जिसमें पूरा मुंबई महानगर क्षेत्र शामिल है.

पुणे सर्किल में 665, नागपुर सर्किल में 135, कोल्हापुर सर्किल में 72, अकोला सर्किल में 63, नासिक में 62, लातूर में 31 और औरंगाबाद सर्किल में 24 मामले सामने आए. इसमें बताया गया है कि गुरुवार को मुंबई में संक्रमण से एकमात्र मौत मुंबई में हुई.

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वहीं, मंकीपॉक्स (monkeypox) वारंट के बढ़ते प्रकोप को वैश्विक आपातकाल घोषित (declared a global emergency) करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) ने गुरुवार को अपनी आपातकालीन समिति की बैठक बुलाई. बैठक में कुछ विशेषज्ञों ने माना कि पश्चिम में बीमारी फैलने के बाद ही डब्ल्यूएचओ का निर्णय कोरोनो वायरस महामारी के दौरान अमीर और गरीब देशों के बीच पैदा हुई विषम असमानताओं को दूर कर सकता है. मंकीपॉक्स को वैश्विक आपातकाल घोषित करने का मतलब है कि संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी प्रकोप को एक असाधारण घटना मानती है और इस बीमारी के और भी फैलने का खतरा है.

कई वैज्ञानिकों को संदेह है कि इस तरह की किसी भी घोषणा से महामारी पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी, क्योंकि हाल में प्रभावित विकसित देश पहले से ही इसे बंद करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. पिछले हफ्ते, डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेबियस ने हाल ही में 40 से अधिक देशों में ज्यादातर यूरोप में, असामान्य और चिंताजनक रूप में पहचाने गए मंकीपॉक्स महामारी के बारे में बताया. मंकीपॉक्स ने मध्य और पश्चिम अफ्रीका में दशकों से लोगों को बीमार किया है, जहां इस बीमारी के एक संस्करण में संक्रमित लोगों में से 10 प्रतिशत तक की मौत हो जाती है.

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