Noida news :- अब इस स्कूल से बैड टच का मामला आया सामने, अभिभावकों में आक्रोश
Noida News: शहर के नामचीन केंब्रिज स्कूल के बाद अब सेक्टर 12 स्थित मॉडर्न स्कूल में बैड टच का मामला सामने आया है। इस मामले से अभिभावक बेहद गुस्से में हैं। उन्होंने मॉडर्न स्कूल के गेट पर प्रदर्शन कर धरना दिया। अभिभावकों ने प्रिंसिपल को तत्काल हटाने की मांग की है।
जानें पूरा मामला
शिक्षा जगत में एक बार फिर से एक गंभीर घटना ने सभी को झकझोर दिया है। कैम्ब्रिज स्कूल के बाद अब नोएडा के प्रतिष्ठित मॉडर्न स्कूल में भी ‘बैड टच’ का मामला सामने आया है। इस घटना ने अभिभावकों और छात्रों के बीच गहरी चिंता पैदा कर दी है। स्कूल के अंदर बच्चों की सुरक्षा और मानसिक विकास को लेकर उठते सवालों ने स्थानीय प्रशासन को सतर्क कर दिया है, जबकि अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
बैड टच का आरोप और विरोध की लहर
मॉडर्न स्कूल में कथित रूप से बैड टच’ के एक मामले में स्कूल की प्रिंसिपल की भूमिका को लेकर सवाल उठाए गए हैं। छात्रों के अभिभावकों का कहना है कि स्कूल प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और उचित कदम उठाने में देरी की। इस लापरवाही से आहत होकर अभिभावकों ने जोरदार प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने प्रिंसिपल को हटाने की मांग की। उनका कहना है कि बच्चों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता। ऐसे संवेदनशील मामलों में तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए।
प्रदर्शन में आक्रोशित अभिभावकों की भागीदारी
बड़े पैमाने पर हुए इस प्रदर्शन में सैकड़ों अभिभावक शामिल हुए, जिन्होंने स्कूल के बाहर इकट्ठा होकर अपनी आवाज बुलंद की। उनका कहना था कि जब तक दोषी प्रिंसिपल को हटाया नहीं जाता, तब तक वे शांत नहीं बैठेंगे। कुछ अभिभावकों ने यह भी आरोप लगाया कि स्कूल प्रशासन की ओर से उन्हें लगातार सही जानकारी नहीं दी जा रही है, जिससे उनकी चिंता और बढ़ गई है। प्रदर्शन में शामिल एक अभिभावक ने बताया कि हमने अपने बच्चों को सुरक्षित वातावरण में शिक्षा दिलाने के लिए इस स्कूल में दाखिला दिलाया था, लेकिन इस घटना के बाद हमें खुद पर भी अफसोस हो रहा है। स्कूल प्रशासन को ऐसे मामलों में तुरंत सख्त कदम उठाने चाहिए, न कि उन्हें दबाने की कोशिश करनी चाहिए।
प्रिंसिपल की भूमिका और जांच
अभी तक की जानकारी के अनुसार, स्कूल प्रशासन की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। लेकिन, सूत्रों के मुताबिक, इस घटना को लेकर स्थानीय प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है और प्रिंसिपल को फिलहाल उनके पद से हटाने की संभावना जताई जा रही है। स्कूल के अंदर ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा कठोर दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारी भी मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच में जाते हैं।