October 20, 2024, 1:11 am

Ghaziabad news :- सुरक्षाकर्मी नहीं… गुंडे हैं गुंडे, क्रॉसिंग रिपब्लिक में महिला और परिवार पर हमले से कानून व्यवस्था पर सवाल

Written By: गली न्यूज

Published On: Saturday October 19, 2024

Ghaziabad news :- सुरक्षाकर्मी नहीं… गुंडे हैं गुंडे, क्रॉसिंग रिपब्लिक में महिला और परिवार पर हमले से कानून व्यवस्था पर सवाल

Ghaziabad news :- उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में सुरक्षा और कानून व्यवस्था की हालत पर एक बार फिर सवाल उठे हैं। हाल ही में क्रॉसिंग रिपब्लिक इलाके में एक घटना ने पुलिस की निष्क्रियता और कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिए हैं। जहां सुरक्षाकर्मियों का काम होता है लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना वहीं इन सुरक्षाकर्मियों ने अपनी ही भूमिका का मजाक बना दिया। इस घटना ने पुलिस की कार्यक्षमता और उन बड़े-बड़े दावों को भी कटघरे में खड़ा कर दिया जिन्हें प्रशासन आए दिन दोहराता रहता है।

घटना का विवरण

क्रॉसिंग रिपब्लिक के एक आवासीय क्षेत्र में यह मामला तब सामने आया जब वहां के सुरक्षा गार्डों और सुपरवाइजरों ने एक लाचार महिला और उसके परिवार पर बर्बरता से लाठियां बरसाई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि सुरक्षा गार्ड और सुपरवाइजर एक परिवार को बेरहमी से पीट रहे हैं। यह दृश्य किसी भी आम नागरिक को हिला देने वाला है क्योंकि जिन सुरक्षाकर्मियों पर लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है वही यहां कानून को हाथ में लेकर न्याय की धज्जियां उड़ा रहे हैं।

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सुरक्षाकर्मियों द्वारा किए गए इस हिंसक आचरण से ऐसा प्रतीत होता है मानो वे किसी आपराधिक समूह का हिस्सा हों न कि एक प्रतिष्ठित आवासीय सोसाइटी के रक्षक। इस घटना ने लोगों में भय और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया और पुलिस की निष्क्रियता पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पुलिस की भूमिका पर सवाल

इस घटना के दौरान सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि जिस स्थान पर यह घटना घटी, वह पुलिस स्टेशन से कुछ ही दूरी पर था। पुलिस को तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए था लेकिन ऐसा लगता है कि पुलिस ने सिर्फ खानापूर्ति की और उचित कार्रवाई नहीं की। पुलिस की इस उदासीनता ने न केवल पीड़ित परिवार के साथ अन्याय किया बल्कि यह भी दर्शाया कि किस तरह से कानून और व्यवस्था बनाए रखने के उनके दावे खोखले साबित हो रहे हैं।

यूपी पुलिस और गाजियाबाद पुलिस ने कई बार यह दावा किया है कि उन्होंने शहर में अपराध पर लगाम लगाने के लिए सख्त कदम उठाए हैं लेकिन ऐसी घटनाएं उन दावों को कमजोर कर देती हैं। अगर पुलिस सच में अपराध और अन्याय के खिलाफ कड़ा रुख अपनाती तो शायद इस तरह की घटनाएं ना घटतीं। यह घटना केवल एक उदाहरण है लेकिन यह उन कई मामलों में से एक हो सकती है जहां पुलिस की निष्क्रियता से लोग पीड़ित होते हैं।

सुरक्षाकर्मियों का बढ़ता आपराधिक आचरण

इस घटना ने समाज में एक और बड़ी समस्या की ओर इशारा किया है – सुरक्षा गार्डों का बढ़ता आपराधिक आचरण। आवासीय सोसाइटियों में सुरक्षा गार्डों को नियुक्त करते समय यह आवश्यक होता है कि उनकी पृष्ठभूमि की पूरी जांच की जाए। लेकिन कई बार ऐसा देखा गया है कि गार्डों की भर्ती में अनियमितताएं होती हैं और किसी भी प्रकार की आपराधिक प्रवृत्ति वाले व्यक्ति को भी नौकरी पर रख लिया जाता है।

क्रॉसिंग रिपब्लिक की इस घटना में भी यह सवाल उठता है कि क्या इन सुरक्षाकर्मियों की नियुक्ति से पहले उनके आपराधिक रिकॉर्ड की जांच की गई थी? अगर ऐसा नहीं किया गया, तो यह सोसाइटी प्रबंधन की एक बड़ी चूक है जिसने निवासियों की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है।

सुरक्षा गार्डों का काम होता है लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना लेकिन जब वही गार्ड हिंसक हो जाते हैं और अपराधियों की तरह व्यवहार करने लगते हैं तो यह पूरे सुरक्षा तंत्र पर एक गंभीर सवालिया निशान है।

महिला और परिवार की सुरक्षा पर प्रश्न

घटना में पीड़ित महिला और उसके परिवार को न्याय मिलना चाहिए। यह घटना न केवल एक आपराधिक हमला थी बल्कि यह महिला सुरक्षा पर भी एक गंभीर चोट थी। महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा और अत्याचार की घटनाएं हर दिन सामने आ रही हैं और यह मामला भी उसी की एक कड़ी है। यह देखना और भी दुखद है कि एक महिला को उसके ही घर के बाहर सुरक्षाकर्मियों द्वारा इस तरह की बर्बरता का सामना करना पड़ा।

पुलिस और प्रशासन को इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए उन सुरक्षाकर्मियों और सुपरवाइजरों के खिलाफ कड़ी सजा दिलवानी चाहिए जिन्होंने इस जघन्य कृत्य को अंजाम दिया। यह न केवल न्याय की मांग है बल्कि समाज में एक मजबूत संदेश भेजने का भी समय है कि किसी भी प्रकार की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

प्रशासन और समाज की जिम्मेदारी

इस घटना के बाद समाज और प्रशासन को मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। सबसे पहले सोसाइटी प्रबंधन को सुरक्षा गार्डों की भर्ती में सख्ती बरतनी चाहिए और उनकी पृष्ठभूमि की पूरी जांच करनी चाहिए। साथ ही पुलिस को भी ऐसे मामलों में तुरंत और निष्पक्ष कार्रवाई करनी चाहिए ताकि अपराधियों को तुरंत सजा मिले और लोगों का विश्वास कानून व्यवस्था में बना रहे।

आम जनता को भी सतर्क रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देनी चाहिए। इसके साथ ही महिलाओं की सुरक्षा के लिए सरकार और पुलिस को और अधिक सख्त कानून लागू करने की जरूरत है ताकि ऐसी घटनाओं पर पूर्ण रूप से रोक लग सके।

क्रॉसिंग रिपब्लिक की यह घटना सिर्फ एक महिला और उसके परिवार पर हुआ हमला नहीं है बल्कि यह पूरे सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर एक धब्बा है। इसे रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन को तुरंत कदम उठाने चाहिए। सुरक्षा का भरोसा तब ही बनेगा जब ऐसे घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को सजा दी जाएगी।

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