Greater Noida news :- सुपरटेक की विभिन्न परियोजनाओं से निवासी परेशान, कमिश्नर से लगाई गुहार
Greater Noida news :- ग्रेटर नोएडा में सुपरटेक की विभिन्न परियोजनाओं में फ्लैट खरीदारों को पिछले 14 वर्षों से अपने फ्लैट्स का इंतजार करना पड़ रहा है। 15,000 से अधिक खरीदारों ने अब तक अपने फ्लैट्स की डिलीवरी नहीं प्राप्त की है। गुरुवार को सुपरटेक परियोजनाओं के खरीदारों ने पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह से मुलाकात की और बिल्डर पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए। खरीदारों का कहना है कि जिन्हें फ्लैट्स दिए भी गए हैं, उन्हें प्रबंधन द्वारा आवश्यक सुविधाएँ नहीं दी जा रही हैं, जिससे लोग परेशान हैं।
क्या है मामला :-
इस मामले में खरीदारों ने पुलिस से मदद की मांग की है, और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई की संभावना है। यह स्थिति ग्रेटर नोएडा में चल रही रियल एस्टेट समस्याओं का एक और उदाहरण है, जहां खरीदारों को समय पर फ्लैट्स की डिलीवरी नहीं मिल रही है और वे बुनियादी सुविधाओं से भी वंचित हैं। सुपरटेक लिमिटेड की आठ प्रमुख आवासीय परियोजनाओं—नार्थ आई, इकोसिटी, रोमानो, केप टाउन, इकोविलेज-1, इकोविलेज-3, स्पोर्ट्स विलेज, और अपकंट्री—के घर खरीदारों ने पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह से मिलकर अपनी समस्याएं सामने रखीं। खरीदारों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अयोग रस्तोगी ने किया, जिन्होंने बताया कि सुपरटेक लिमिटेड और वाईजी एस्टेट द्वारा किए गए धोखाधड़ी के कारण वे परेशान हैं।
2010 में शुरू की गई इन परियोजनाओं का अब तक पूरा न होना, और अधूरे घरों की डिलीवरी से 15,000 से अधिक खरीदारों को परेशानी हो रही है। इसके अलावा, खरीदारों को महंगे बिजली और पानी के शुल्क, अतिक्रमण, और रखरखाव की कमी जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है।
इन शिकायतों पर पुलिस कमिश्नर ने तुरंत संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए हैं। यह कदम खरीदारों को उनके हक के लिए लड़ने में मददगार साबित हो सकता है।