October 18, 2024, 11:57 am

Health News: कहीं आप तो नही खा रहे ये जहरीले ‘आम’, ऐसे करें पहचान

Written By: गली न्यूज

Published On: Monday June 24, 2024

Health News: कहीं आप तो नही खा रहे ये जहरीले ‘आम’, ऐसे करें पहचान

Health News: गर्मियों के मौसम में आम की मांग बहुत रहती है और लोग ताजा पका आम को खाना पसंद करते हैं। ताजा आम खाने का मजा ही कुछ और है। लेकिन आजकल बाजारों में बिकने वाले ज्यादातर आम को पकाने के लिए जहरीले केमिकल कैल्शियम कार्बाइड का उपयोग कर रहे हैं। इससे आम पूरी तरह से पीला व चमकदार दिखाई देता है।

बतादें, ताजा पका आम (Health News) को खाने को मजा ही कुछ और है, मगर दिक्कत यह है कि आम की ज्यादातर किस्में बारिश होने के बाद ही प्राकृतिक तौर पर पकनी शुरू होती हैं। लेकिन इस बार समय पर बारिश नहीं होने से आम पकने में देरी हो रही है, जिस कारण व्यापारी पैसा कमाने और आम को जल्दी पकाने के लिए प्रतिबंधित जहरीले केमिकल कैल्शियम कार्बाइड का उपयोग कर रहे हैं।

कैल्शियम कार्बाइड से पकाया जा रहा है आम

इन दिनों बाजार में जो आम आ रहा है, वह कैल्शियम कार्बाइड से पकाया जाता है। इससे पका आम पूरी तरह पीला व चमकदार दिखाई देता है। चिकित्सकों की माने तो कैल्शियम कार्बाइड से पके आम खाने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इससे पाचन तंत्र में गड़बड़ी, सांस, गले में जलन समेत कई अन्य तरह की बीमारी होने की संभावना रहती है।

कैसे करें कैल्शियम कार्बाइड से पके आम की पहचान

कैल्शियम कार्बाइड से पका आम पूरी तरह से पीला व चमकदार दिखाई देता है। इसके साथ ही बाजार से खरीदे आम को पानी भरे बाल्टी या बर्तन में डालें। अगर पानी में आम तैरने लगें तो समझिए आमों को केमिकल की मदद से पकाया गया है। इसके अलावा आमों को हाथ में उठाकर देखिए, इसकी बाहरी छिलके पर हल्की झुर्रियां दिखाई देंगी। आमतौर पर लोग मानते हैं कि आमों पर झुर्रियां हो तो वे प्राकृतिक रूप से पके होते हैं, ऐसा नहीं है। आम हल्का सा हरापन लिया हो और झुर्रियां भी दिखायी दे तो तय है कि आम को पेड़ पर पकने से पहले ही तोड़ लिया गया है और कार्बाइड से पकाया गया है।

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जानें कैसे पकाया जाता है आम

कम दिनों में आम को पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल किया जाता है। बैन होने के बवाजूद कैल्शियम कार्बाइड बाजार में आसानी से उपलब्ध होता है। यह एक के पत्थर की तरह होता है। लोग इसे चुना पत्थर भी कहते हैं। इसे कच्चे आमों के बीच में पोटली बनाकर कपड़े में लपेटकर रख दिया जाता है। फिर चारों तरफ आम रख कर टोकरी को ऊपर बोरी से बंद कर अच्छे से पैक कर दिया जाता है। इसके बाद बिना हवा वाली जगह पर 3-4 दिन रखा जाता है। पैक किए आम कैल्शियम कार्बाइड को नमी के संपर्क में आने से एसिटिलीन गैस बनती है। इससे आम जल्द ही पाक जाते हैं और पेड़ में पकने का इंतेजार नहीं करना पड़ता है।

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