October 7, 2024, 1:59 am

Crime News: पुलिस ने 57 नाबालिग बच्चों को कराया मुक्त, मीट फैक्ट्री में जबरदस्ती कराया जा रहा था काम

Written By: गली न्यूज

Published On: Friday May 31, 2024

Crime News: पुलिस ने 57 नाबालिग बच्चों को कराया मुक्त, मीट फैक्ट्री में जबरदस्ती कराया जा रहा था काम

Crime News: पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद देश में आय दिन हो रहे अपराधों में कमी नही आ रही है। इस मामले में गाजियाबाद जिले में पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली है। दरअसल यहां पर एक मीट फैक्ट्री से 57 नाबालिगों रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए मुक्त कराया गया। राष्ट्रीय बाल संरक्षण अधिकार आयोग को शिकायत मिली थी कि इस फैक्ट्री में बंगाल यूपी और बिहार से बच्चों को लाकर उनसे जबरन काम करवाया जा रहा है। इनमें कई तो ऐसे थे जो चार से पांच साल से काम कर रहे थे।

क्या है पूरा मामला

बतादें, पश्चिम बंगाल (Crime News) उत्तर प्रदेश और बिहार से 57 नाबालिग बच्चों को लाकर डासना में इंटरनेशनल एग्रो फूड्स मीट फैक्ट्री में जबरन काम लिया जा रहा था। राष्ट्रीय बाल संरक्षण अधिकार आयोग को इस संबंध में शिकायत मिली थी कि इस फैक्ट्री में बंगाल यूपी और बिहार से बच्चों को लाकर उनसे जबरन काम करवाया जा रहा है।

पुलिस ने मीट फैक्ट्री संचालक के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा

जिसकी सूचना पर राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की टीम के साथ जिला प्रशासन, पुलिस , श्रम विभाग, एएचटीयू, चाइल्ड लाइन, मुक्ति फाउंडेशन की संयुक्त टीम ने मिलकर नाबालिग बच्चों को मीट फैक्ट्री से मुक्त कराया है। मीट फैक्ट्री संचालक के खिलाफ केस दर्ज करने आगे की कार्रवाई भी जल्द की जाएगी।

मुक्त कराए गए नाबालिगों में 31 लड़कियां और 26 लड़के

एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया कि मुक्त कराए गए नाबालिगों में 31 लड़कियां और 26 लड़के हैं। पुलिस (Ghaziabad Police) ने रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान जब मौके पर जाकर जांच की तो सभी नाबालिगों से अमानवीय तरीके से मीट फैक्ट्री में काम लिया जा रहा था। जांच में पता चला कि इनमें कई नाबालिग ऐसे हैं, जो कि चार से पांच साल से काम कर रहे थे।

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विदेश में एक्सपोर्ट किया जाता है मीट

मीट फैक्ट्री में काम करने की एवज में प्रत्येक को 300 रुपये रोजाना मजदूरी दी जाती थी। मुक्त कराए गए बच्चों का चिकित्सकीय परीक्षण कराकर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जाएगा। इसके बाद उनको वापस उनके घर भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि इंटरनेशनल एग्रो फूडस मीट फैक्ट्री में मीट प्रोसेसिंग, फीजिंग का काम होता था, यहां से मीट विदेश में एक्सपोर्ट किया जाता है।

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