Lok Sabha Elections 2024: दिल्ली का फॉर्मूला पंजाब में हिट होगा? INDIA गठबंधन में घमासान तय है?
Lok Sabha Elections 2024: क्या आम आदमी पार्टी इस बार कांग्रेस के साथ मिलकर लोकसभा का चुनाव लड़ेगी? क्या राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल दोनों एक ही पहले से बीजेपी को चुनौती देंगे? क्या दिल्ली में तय किया गया फार्मूला पंजाब में भी हिट साबित होगा.? 2024 का लोकसभा चुनाव में अभी कुछ महीनो का वक्त बाकी है लेकिन उसके पहले दोनों दलों के बीच बातचीत तेजी से चल रही है। लेकिन इस बातचीत के बीच में भी दोनों दलों के कुछ नेता नहीं चाहते हैं की दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी में एक साथ मिलकर लोकसभा का चुनाव लड़े।
क्या है पूरा मामला
Lok Sabha Elections 2024: एक तरफ जहां लोकसभा चुनाव में बीजेपी को टक्कर देने के लिए विपक्षी पार्टियों ने इंडिया गठबंधन बनाया है। इसके सहारे 2024 के लोकसभा चुनाव में जीत की रणनीति तैयार की जा रही है। वहीं दूसरी ओर इस गठबंधन में चुनाव से पहले गांठ की खबरें अक्सर आ रही है। I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में पंजाब में कुछ सही नहीं चल रहा है। अलाकमान की लाख कोशिशों के बाद भी पंजाब में AAP कांग्रेस, के साथ लोकसभा चुनाव नही लड़ना चाहती है।
दिल्ली में कांग्रेस की बबैठक में पंजाब कांग्रेस नेतृत्व के अलावा, वरिष्ठ नेताओं, सांसदों ने भी हिस्सा लिया। इस बैठक का मकसद पंजाब के नेताओं से राय लेना था कि लोकसभा चुनाव के लिए आप से गठबंधन किया जाए या नहीं? जिसपर पंजाब कांग्रेस ने प्रदेश में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी से लोकसभा चुनाव में समझौता नहीं करने की बात कहते हुए कहा कि इससे उनको डर है इससे पार्टी का वोट बैंक खिसक सकता है सकता है और चुनाव के बाद कोई गारंटी नहीं है कि वो खिसका हुआ वोट बैंक वापस आ जाएगा। तो वहीं दूसरी ओर AAP ने भी पंजाब में कांग्रेस के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने पर असहमति जताई है।
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सांसदों और वरिष्ठ नेताओं की अलग-अलग राय
सांसदों का एक बड़ा धड़ चाहता है कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन हो। जबकि पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि आम आदमी पार्टी पंजाब में सरकार चला रही है। साल 2022 के चुनावों में पार्टी को 72 प्रतिशत वोट शेयर मिला था, लेकिन संगरूर लोकसभा उपचुनाव में AAP का वोट 50 प्रतिशत तक पहुंच गया। इसके बाद देखा गया कि जालंधर उपचुनाव में AAP का वोट प्रतिशत 34 पर पहुंच गया। जबकि कांग्रेस का वोटिंग प्रतिशत 15 प्रतिशत बढ़कर 28 प्रतिशत पर पहुंच गया है। कांग्रेस के इन्ही रवैए के चलते AAP भी कांग्रेस के साथ गठबंधन करके पंजाब में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं है।