ग्रेटर नोएडा में यहां है अतीक अहमद का एक घर, देखें आपके फ्लैट से कितना है दूर
माफिया अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या को लेकर सियासी पारा हाई है। एक तरफ जहां यह पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है तो वहीं दूसरी ओर इस पर सियासी बयानबाजी भी तेज है। बीजेपी कह रही है कि माफिया हश्र यही होता है तो विपक्ष इश मर्डर मिस्ट्री पर सवाल खड़े कर रही है। इस पूरे मामले को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ एक्शन में है। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश अरविन्द कुमार त्रिपाठी की अध्यक्षता में अतीक अहमद और अशरफ अहमद हत्याकांड में जांच आयोग का गठन किया गया है।
कहां तक पहुंची जांच
अतीक-अशरफ हत्याकांड में शामिल लवलेश तिवारी (बांदा), मोहित उर्फ सनी (हमीरपुर) और अरुण मौर्य (कासगंज) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्रयागराज के धूमनगंज थाना प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) राजेश कुमार मौर्य ने शाहगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। हत्या के तीनों आरोपियों को रविवार को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
ग्रेटर नोएडा में अतीक की बेनामी संपत्ति
इस बीच माफिया अतीक के कई बेनामी संपत्ति का भी पता चला है। मिली जानकारी के मुताबिक ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी अतीक अहमद और उसके भाई की शहर में मौजूद बेनामी प्रॉपर्टी के बारे में जानकारी जुटा रही है। अतीक का एक मकान सेक्टर 36 में होने की जानकारी लग चुकी है। सूत्रों के मुताबिक अतीक की ग्रेटर नोएडा समेत एनसीआर में तमाम बेनामी प्रॉपर्टी को शासन द्वारा जब्त करने की कार्रवाई हो सकती है।
बता दें कि ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 थाने की ऐच्छर चौकी क्षेत्र के सेक्टर-36 में पूर्व सांसद अतीक अहमद का मकान है। बताया गया है कि 90 मीटर का ये मकान वर्ष 1994 में अलॉट हुआ था। चर्चा है कि इस मकान में रहकर 2015 में अतीक अहमद के एक बेटे ने ग्रेटर नोएडा के कॉलेज से पढ़ाई भी की थी। इसके अलावा अतीक अहमद भी पूर्व सरकारों के कार्यकाल के दौरान यहां कई बार आया था। वहीं सूत्रों के मुताबिक अथॉरिटी अधिकारी अतीक और उसके बेटे समेत उसके परिवार के सदस्य की प्रॉपर्टी के बारे में जानकारी एकत्र कर रही है। अतीक की कई सेल कंपनियां फर्जी एड्रेस पर रजिस्टर्ड होने की जानकारी पहले ही लग चुकी है। ऐसे में कहा जा रहा है कि सेल कंपनियों की कमाई से ग्रेटर नोएडा में कई अन्य जगह बेनामी प्रॉपर्टी हो सकती हैं।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आशंका लगाई जा रही है कि अतीक अहमद ने ग्रेटर नोएडा और आसपास के एरिया में बेनामी संपत्ति बनाई हुई है। दिल्ली में रेलवे के टेंडर से लेकर तमाम सरकारी टेंडर वह अपने गुर्गे के नाम पर लेता था।