Car Accident in Noida: नोएडा की सोसाइटी में जबरदस्त एक्सीडेंट, 2 लोग हुए घायल। रेजिडेंट्स ने सुरक्षा व्यवस्था पर उठाए सवाल
Car Accident in Noida : गौतमबुद्ध नगर के नोएडा स्थित सेक्टर 74 सुपरटेक केपटाउन सोसाइटी से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां सोसाइटी के अंदर भीषण एक्सीडेंट हुआ, जिसमें 2 लोग घायल हो गए। घायलों में एक महिला भी शामिल है।
क्या है मामला ?
एक्सीडेंट का हैरान करने वाला यह वाकया केपटाउन सोसाइटी (Car Accident in Noida) के टॉवर CV- 2 और CV-3 के बीच का है। आज सुबह करीब 9:30 बजे हुंडई कंपनी की एक कार बुरी तरह से दुर्घटनाग्रस्त हो गई। https://gulynews.com को मिली जानकारी के मुताबिक कार पर 2 लोग सवार थे। जिसमें एक महिला भी शामिल है। दुर्घटना के कारण इस हादसे में महिला के सिर में गंभीर चोट आई है। मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक सिर में चोट के कारण महिला के सिर से खून का तेज बहाव होता दिखा। वही ड्राइवर को छाती में तेज चोट लगी है।
कैसे हुआ हादसा?
https://gulynews.com से बात करते हुए लोगों ने बताया कि कार बेहद तेज रफ्तार में सोसाइटी के अंदर एंट्री की थी और अंदर आते-आते वह डिसबैलेंस हो गई और टकरा गई। कुछ लोगों का यह भी आरोप है कि ड्राइवर ने शराब पी रखी थी। दोनों घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है जहां उनकी हालात स्थिर बताई जा रही हैं।
कहां आई थी कार?
मिली जानकारी के मुताबिक UP 14BW 6445 नंबर की यह कार CG2 टावर के फ्लैट नंबर 603 में पिकअप के लिए आई थी। यह भी पता चला है कि रेगुलर बेसिस पर यह कार पिकअप के लिए सोसाइटी के अंदर आते रही है।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
केपटाउन सोसाइटी में मेंटेनेंस की जिम्मेदारी YG Estate के पास है जबकि सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी क्यूएसएस के पास है। इस घटना के बाद से कुछ रेजिडेंट्स सोसाइटी के अंदर ओपन पार्किंग के इश्यूज और सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। लोगों का आरोप है की ओपन पार्किंग के कारण कई बार जगह बहुत कम रहती है इस वजह से भी एक्सीडेंट के खतरे बने रहते हैं।
लोगों का यह भी कहना है कि कई बार वेंडर्स रॉन्ग साइड में चलते हैं खासतौर से प्रॉपर्टी डीलर और मिल्क मैन की गाड़ियां रॉन्ग साइड से होते हुए ही गेट से बाहर निकलती है।
मेंटेनेंस के नाम पर मोटी रकम रेजिडेंट से मेंटेनेंस टीम वसूलती है उसके बाद भी अब तक ओपन पार्किंग जैसे मुद्दे को सुलझा नहीं सकी है ना ही सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त कर सकी है।