Noida News:– Noida जिले के बच्चे मिलेट्स की खिचड़ी खाएंगे, बच्चों की थाली में अभी ये मेन्यू..
Noida News:– उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क गौतमबुद्ध नगर जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को मिड-डे-मील में एक नवंबर से मिलेट्स (मोटे अनाज) की खिचड़ी के साथ पौैष्टिक खाद्य पदार्थ दिए जाएंगे।बच्चों के मध्याह्न भोजन में बदलाव को लेकर शासन ने सभी जिलों को निर्देश दे दिया है। जिसके बाद एक नवंबर से बच्चों को दोपहर के खाने में पौष्टिक गुणों से भरपूर मोटा अनाज और इससे बने उत्पादों को दिया जाएगा।
बच्चों को परोसे जाने वाले नए मेन्यू को लेकर जिला स्तर पर अधिकारी तैयारी कर रहे हैं। मध्याह्न भोजन योजना भारत सरकार और प्रदेश सरकार के सहयोग से संचालित की जा रही है. सबसे पहले इसकी शुरुआत 1995 में की गई लेकिन तब बच्चों को अनाज दिया जाता था। उसके बाद 2004 में पका हुआ भोजन कक्षा 1 से 5 तक के परिषदीय स्कूलों में देना शुरू किया गया. प्रदेश में इस समय 1.44 लाख विद्यालयों में 2 करोड़ बच्चों को मध्याह्न भोजन दिया जा रहा है। इनमें परिषदीय विद्यालय, राजकीय विद्यालय, सहायता प्राप्त विद्यालय, मदरसे, मकतव, संस्कृत विद्यालय और बाल श्रमिक विद्यालयों के कक्षा 1 से 8 तक बच्चे शामिल हैं।
बच्चों की थाली में अभी ये मेन्यू मिड-डे-मील में फिलहाल जो मेन्यू है,उसके अनुसार हफ्ते में सभी दिन अलग-अलग तरह का भोजन दिया जाता है। बच्चों को कुछ दिन दाल तो कुछ दिन सब्जी परोसी जाती है. रोटी सब्जी दी जाती है और मौसमी फल दिए जाते हैं। सब्जी में सोयाबीन या दाल की बड़ी दिया जाता है। को दाल-चावल, को तहरी और दूध, को गेहूं की रोटी और दाल, को सोयाबीन बड़ी वाली तहरी, को चावल और सोयाबीन युक्त सब्जी परोसी जाती है।
पौष्टिक भोजन देने के लिए हुआ बदलाव
पौष्टिक भोजन के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ ने 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किया। इसके तहत ही देश भर में मोटे अनाज को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार लगातार मोटे अनाज को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। इसी के तहत मध्याह्न भोजन में भी मोटे अनाज को शामिल करने की कवायद शुरू की गई। ऐसे में सरकार की ही मंशा को ध्यान में रखते हुए एमडीएम में रोजाना दाल और सब्जी को शामिल किया गया। मोटे अनाज की तरह दालों में भी फाइबर होता है और प्रोटीन भी मिलेगा। रोजाना सब्जी दिए जाने से अन्य पौष्टिक तत्व मिलेंगे।
मिडे डे मील के मेन्यू में मिलेट को शामिल करने के लिए शासन की तरफ से निर्देश मिला है। बच्चों के नए मिड डे मील की मेन्यू तैयार की जा रही है। एक नवंबर से स्कूलों में बच्चों को मिड डे मील में मिलेट से बने उत्पादों को परोसा जाएगा।