ISI और लश्कर का सबसे बड़ा मोहरा चढ़ा सेना के हत्थे, LoC पार कर करना चाहता था फिदायीन अटैक

Jammu & Kashmir: जम्मू-कश्मीर से बहुत बड़ी खबर सामने आई है। यहां राजौरी के नौशेरा सेक्टर में सेना ने पाकिस्तानी ISI और पाकिस्तानी सेना के सबसे बड़े मोहरे को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है। यानी ऑपरेशन ऑल आउट के दौरान सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है।
मारा गया सुसाइड बॉम्बर
https://gulynews.com को मिली जानकारी के मुताबिक राजौरी के नौशेरा सेक्टर में सेना ने पाकिस्तानी ISI और पाकिस्तानी सेना के एक सुसाइड बॉम्बर को मार गिराया है। पता चला है कि यह सुसाइड बॉम्बर बीते कई साल से गाइड के किरदार में पाकिस्तानी एजेंसी के लिए एलओसी पर जानकारियां जुटाने से लेकर आतंकी घुसपैठ करवाने तक का बड़ा काम कर रहा था। आज सुबह नौशेरा में घुसपैठ की कोशिश के दौरान सेना द्वारा की गई फायरिंग में ये घायल हो गया जिसके बाद सुरक्षाबलों ने इसे दबोच लिया। इसके पकड़े जाने के बाद ये जानकारी सामने आई है की ये एक सुसाइड मिशन पर था और कुछ दूसरे घुसपैठिए भी इसके साथ थे लेकिन उससे पहले ही ये सेना की गोली का शिकार हो गया।
क्या मिली जानकारी ?
- सेना से मिली जानकारी के मुताबिक पकड़ा गया घुसपैठिया पाकिस्तान के कोटली के सब्जकोट इलाके का रहने वाला है।
- 2016 के पहले से ये पाकिस्तानी एजेंसी ISI और पाक सेना के लिए जानकारियां जुटाने का काम कर रहा था।
- तबारक को इस काम के लिए ISI और पाकिस्तानी सेना 2 साल की ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है।
- इसके अलावा पाकिस्तान के भीमभर में LoC के नजदीक लश्कर के आतंकी कैंप में 6 महीने की गाइड की ट्रेनिंग भी कर चुका है।
क्या खुलासा हुआ ?
सेना ने ये जानकारी भी दी है की 25 अप्रैल 2016 में ये अपने एक और साथी हारून अली के साथ नौशेरा के झांगड़ इलाके में LoC पार करता पकड़ा गया था। उस दौरान उसने अपने आप को मासूम और निर्दोष बताने की कौशिश की थी। जिसके 26 महीने जेल में रहने के बाद इन दोनो को अटारी बाघा बार्डर के जरिए रिपेट्रिएट किया गया था। 16 दिसंबर 2019 में सेना ने तबारक के भाई को नशे की हालत में इसी जगह पर पकड़ा था। सेना ने जानकारी दी है की आज गोली लगने के बाद तबारक LoC पर चीला कर बोलने लगा ” मैं मरने के लिए आया था मुझे धोखा दे दिया , भाई जान मुझे यहां से निकालो”
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