April 20, 2024, 7:08 am

झोलाछाप डॉक्टर की गलत दवाई से 4 महीने के मासूम की मौत, जांच में पुलिस

Written By: गली न्यूज

Published On: Wednesday November 9, 2022

झोलाछाप डॉक्टर की गलत दवाई से 4 महीने के मासूम की मौत, जांच में पुलिस

Haryana News: हरियाणा में करनाल के गांव (Karnal Village in Haryana) दरड़ में डॉक्टर की लापरवाही से 4 महीने के मासूम बच्चे की बीते सोमवार शाम मौत हो गई. दरअसल, डॉक्टर पर गलत दवाई देने का आरोप लगा है. बच्चे की मौत के बाद ग्रामीणों और परिजनों ने गांव में जमकर हंगामा किया. परिजनों ने डॉक्टर समेत दो कंपाउंडर पर हत्या का आरोप लगाया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

पुलिस ने बच्चे के शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया है, वहीं शिकायत के आधार पर मेडिकल स्टोर संचालक व कंपाउडर के खिलाफ ममाला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी.

https://gulynews.com/wp-admin/ जानकारी के मुताबिक, करनाल के एक निजी अस्पताल में काम करने वाले एक कंपाउंडर ने गांव दरड़ में मेडिकल स्टोर खोल रखा था. मेडिकल स्टोरी की आड़ में यह झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक चला रहा था. मेडिकल स्टोर के पिछले हिस्से में दो बेड डाल रखे थे. जहां पर मरीजों को लेटा कर उन्हें ग्लूकोज व दवाइयां दी जाती थी. आरोपी ने स्टोर पर काम के लिए लड़कों को भी रखा हुआ था. जो आरोपी कंपाउंडर से फोन पर बात करके मरीजों को दवाइयां देते थे.

पीड़ित ने बताया कि उसके बेटे को काफी दिनों से बुखार आ रहा था, जिसके चलते वह अपने बेटे को इलाज के लिए करनाल के निजी अस्पताल में लेकर गया. वहां पर उसे कंपाउंडर मिला और कहा कि यहां पर क्यों इतने पैसे खराब कर रहा है. तुम गांव में मेरे स्टोर पर चले जाओ वहां पर तुम्हारे बेटे का इलाज कर देंगे. जिससे वह उसकी बातों में आ गया और बेटे का इलाज वहां पर करवाना शुरू कर दिया. तीन दिन इलाज करने के बाद डॉक्टर ने उनसे 6 हजार रुपये लिए.

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पीड़ित ने बताया कि उसके बेटे को रविवार रात को तेज बुखार आया था. सुबह डॉक्टर से बात की तो उसने कहा कि स्टोर पर चले जाओ वहां से दवाइयां ले आना. इसके बाद जो दवा उसके स्टोर से उसे मिली वह उसने अपने बेटे को खिला दी. कुछ देर बाद उसके बेटे के पेट में दर्द होने लगा, जिसके बाद दोबारा वह उसके मेडिकल स्टोर पर गया. वहां पर जो लड़के काम कर रहे थे उन्होंने आरोपी से फोन पर बात की. उसने लड़के को दूसरी दवाई देने को कहा.

जब उसने बेटे को दोबारा दवा खिलाई तो उसकी तबियत और भी ज्यादा बिगड़ने लगी. आनन-फानन में बेटे को वह सरकारी अस्पताल में लेकर आए, वहां भी बच्चे को कोई इलाज नहीं मिल पाया. इसके बाद वह बच्चे को निजी अस्पताल में लेकर गए. वहां पर डॉक्टरों ने उसे मृतक घोषित कर दिया था.

बच्चे की मौत की सूचना जब परिजनों को मिली तो वह गांव में मेडिकल स्टोर के बाहर पहुंचे और वहां पर हंगामा करना शुरू दिया. हंगामा होता देख ग्रामीण वहां पर जमा हो गए. देर रात को जब पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को शांत करवाया. वहीं मेडिकल स्टोर पर काम कर रहे दो लड़कों को पूछताछ की जा रही है.

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